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उत्तराखंड में कौन बनेगा शहर का 'सिकंदर', ईटीवी भारत पर मिलेगा निकाय चुनाव का हर अपडेट - CIVIC ELECTION IN UTTARAKHAND

उत्तराखंड में निकाय चुनाव को लेकर सियासी पारा गर्म, शहर का 'सिकंदर' बनने के लिए हर पैंतरे आजमा रहे प्रत्याशी, ईटीवी भारत पर मिलेगी अपडेट

Civic Election in Uttarakhand
उत्तराखंड निकाय चुनाव (फोटो- ETV Bharat GFX)
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Jan 13, 2025, 4:19 PM IST

देहरादून: उत्तराखंड में चंद दिनों बाद निकाय चुनाव को लेकर वोटिंग होनी है. जिसके तहत 23 जनवरी को वोटिंग होगी तो 25 जनवरी को मतगणना होगी. ऐसे में वोटिंग को लेकर गिनती भर के ही दिन बचे हैं. लिहाजा, सभी दलों के प्रत्याशी पूरे दमखम से प्रचार-प्रसार के साथ ही वोटरों को रिझाने और लुभाने में जुटे हैं. जिससे शहरी और नगरीय इलाकों के गली मोहल्ले चुनावी माहौल में रंगे नजर आ रहे हैं. ऐसे में कौन बनेगा शहर का सिकंदर? ये तो 25 जनवरी को पता चलेगा. ऐसे में ईटीवी भारत आपको हर अपडेट से रूबरू करवाता रहेगा.

उत्तराखंड में नगर निकायों की स्थिति: उत्तराखंड के 100 नगर निकायों पर चुनाव होने हैं. जिसमें 11 नगर निगम, 540 सभासदों के पदों पर चुनाव होने हैं. इसी तरह 43 नगर पालिका अध्यक्ष, 444 नगर पालिका सदस्य के पदों पर चुनाव होने जा रहे हैं. इसके अलावा 46 नगर पंचायत अध्यक्ष और 298 नगर पंचायत सदस्य के पदों पर चुनाव हो रहे हैं. यानी 1,382 पदों पर चुनाव होने जा रहे हैं.

ईटीवी भारत पर मिलेगा निकाय चुनाव का हर अपडेट (वीडियो- ETV Bharat GFX)

प्रदेश भर में निकाय चुनाव के लिए 1,518 मतदान केंद्र बनाए गए हैं. जबकि, मतदान स्थलों की संख्या 3,393 है. इसके अलावा 601 मतदान केंद्रों और 1,292 पोलिंग बूथों को संवेदनशील कैटेगरी में रखा गया है. इसके साथ ही 422 मतदान केंद्रों और 1,078 पोलिंग बूथ को अति संवेदनशील कैटेगरी में रखा गया है.

राज्य निर्वाचन आयोग के मुताबिक, मतदान और मतगणना के लिए करीब 24,000 कर्मचारियों, चुनाव प्रबंधन स्टाफ के लिए 4,000 कर्मचारी, सेक्टर मजिस्ट्रेट/जोनल मजिस्ट्रेट/नोडल अधिकारी/प्रभारी अधिकारियों के रूप में 2,000 कर्मचारियों यानी निकाय चुनाव के लिए करीब 30,000 अधिकारी एवं कर्मचारियों की जरूरत होगी.

इसके साथ ही 18,000 सुरक्षा कार्मिक और 2,500 हल्के एवं भारी वाहनों की जरूरत होगी. इस निकाय चुनाव में 41 सामान्य प्रेक्षक एवं 12 आरक्षित पर्यवेक्षकों की तैनाती की जाएगी. इस तरह से 53 प्रेक्षक/पर्यवेक्षकों की तैनाती की जाएगी. इसके अलावा 26 व्यय पर्यवेक्षकों को भी तैनात किया जाएगा. जिसमें 20 व्यय पर्यवेक्षक एवं 6 आरक्षित व्यय पर्यवेक्षक शामिल होंगे.

इन नगर पंचायतों में आचार संहिता नहीं होगी प्रभावी: वहीं, नगर पंचायत बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री, पाटी, गढ़ीनेगी और नगर पालिका परिषद नरेंद्र नगर और किच्छा में आदर्श आचार संहिता प्रभावी नहीं होगी. बता दें कि नगर पंचायत बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री में निकायों के गठन के बाद से अभी तक चुनाव नहीं कराया गया है. नगर पंचायत पाटी और गढ़ीनेगी, नगर पालिका परिषद नरेंद्र नगर एवं किच्छा का परिसीमन न होने के चलते यहां पर चुनाव नहीं होंगे.

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देहरादून: उत्तराखंड में चंद दिनों बाद निकाय चुनाव को लेकर वोटिंग होनी है. जिसके तहत 23 जनवरी को वोटिंग होगी तो 25 जनवरी को मतगणना होगी. ऐसे में वोटिंग को लेकर गिनती भर के ही दिन बचे हैं. लिहाजा, सभी दलों के प्रत्याशी पूरे दमखम से प्रचार-प्रसार के साथ ही वोटरों को रिझाने और लुभाने में जुटे हैं. जिससे शहरी और नगरीय इलाकों के गली मोहल्ले चुनावी माहौल में रंगे नजर आ रहे हैं. ऐसे में कौन बनेगा शहर का सिकंदर? ये तो 25 जनवरी को पता चलेगा. ऐसे में ईटीवी भारत आपको हर अपडेट से रूबरू करवाता रहेगा.

उत्तराखंड में नगर निकायों की स्थिति: उत्तराखंड के 100 नगर निकायों पर चुनाव होने हैं. जिसमें 11 नगर निगम, 540 सभासदों के पदों पर चुनाव होने हैं. इसी तरह 43 नगर पालिका अध्यक्ष, 444 नगर पालिका सदस्य के पदों पर चुनाव होने जा रहे हैं. इसके अलावा 46 नगर पंचायत अध्यक्ष और 298 नगर पंचायत सदस्य के पदों पर चुनाव हो रहे हैं. यानी 1,382 पदों पर चुनाव होने जा रहे हैं.

ईटीवी भारत पर मिलेगा निकाय चुनाव का हर अपडेट (वीडियो- ETV Bharat GFX)

प्रदेश भर में निकाय चुनाव के लिए 1,518 मतदान केंद्र बनाए गए हैं. जबकि, मतदान स्थलों की संख्या 3,393 है. इसके अलावा 601 मतदान केंद्रों और 1,292 पोलिंग बूथों को संवेदनशील कैटेगरी में रखा गया है. इसके साथ ही 422 मतदान केंद्रों और 1,078 पोलिंग बूथ को अति संवेदनशील कैटेगरी में रखा गया है.

राज्य निर्वाचन आयोग के मुताबिक, मतदान और मतगणना के लिए करीब 24,000 कर्मचारियों, चुनाव प्रबंधन स्टाफ के लिए 4,000 कर्मचारी, सेक्टर मजिस्ट्रेट/जोनल मजिस्ट्रेट/नोडल अधिकारी/प्रभारी अधिकारियों के रूप में 2,000 कर्मचारियों यानी निकाय चुनाव के लिए करीब 30,000 अधिकारी एवं कर्मचारियों की जरूरत होगी.

इसके साथ ही 18,000 सुरक्षा कार्मिक और 2,500 हल्के एवं भारी वाहनों की जरूरत होगी. इस निकाय चुनाव में 41 सामान्य प्रेक्षक एवं 12 आरक्षित पर्यवेक्षकों की तैनाती की जाएगी. इस तरह से 53 प्रेक्षक/पर्यवेक्षकों की तैनाती की जाएगी. इसके अलावा 26 व्यय पर्यवेक्षकों को भी तैनात किया जाएगा. जिसमें 20 व्यय पर्यवेक्षक एवं 6 आरक्षित व्यय पर्यवेक्षक शामिल होंगे.

इन नगर पंचायतों में आचार संहिता नहीं होगी प्रभावी: वहीं, नगर पंचायत बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री, पाटी, गढ़ीनेगी और नगर पालिका परिषद नरेंद्र नगर और किच्छा में आदर्श आचार संहिता प्रभावी नहीं होगी. बता दें कि नगर पंचायत बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री में निकायों के गठन के बाद से अभी तक चुनाव नहीं कराया गया है. नगर पंचायत पाटी और गढ़ीनेगी, नगर पालिका परिषद नरेंद्र नगर एवं किच्छा का परिसीमन न होने के चलते यहां पर चुनाव नहीं होंगे.

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