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उत्तराखंड पहुंची नागरिकता संशोधन बिल की चिंगारी, काली पट्टी बांधकर जताया विरोध - हरिद्वार में नागरिकता बिल के विरोध में प्रदर्शन

नागरिकता संशोधन बिल पास होने को लेकर जहां एक तरफ लोगों में खुशी है. वहीं, दूसरी तरफ इस बिल का विरोध हो रहा है. शुक्रवार को रुड़की में इस बिल के विरोध में मुस्लिम समाज के सैकड़ों लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया.

citizenship amendment bill 2019
उत्तराखंड में भी पहुंची नागरिकता संशोधन बिल की चिंगारी
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Published : Dec 13, 2019, 7:03 PM IST

Updated : Dec 13, 2019, 8:45 PM IST

रूड़की: हाल ही में केंद्र सरकार के द्वारा लोकसभा के बाद राज्यसभा में भी नागरिकता संशोधन बिल को हरी झंडी मिल गई है. ऐसे में देश में जहां एक तरफ खुशी का माहौल देखने को मिल रहा तो वहीं, दूसरी तरफ बिल का विरोध भी आवाजें तेजी से उठने लगी है. इस कड़ी में शुक्रवार को रुड़की और पिरान कलियर में नागरिकता संशोधन बिल के विरोध में मुस्लिम समाज के लोगों ने हाथों पर काली पट्टी बांधकर अपना विरोध जताया और सरकार को ज्ञापन भी सौंपा.

बता दें कि रामपुर स्थित मदरसा इरफानुल-उलुम में जमीयत ए उलेमा हिंद की तरफ से आयोजित कार्यक्रम में नागरिकता संशोधन बिल के विरोध में मुस्लिम समाज के लोगों एवं छात्रों ने हाथ पर काली पट्टी बांधकर प्रदर्शन किया. इस दौरान कलियर से कांग्रेस विधायक हाजी फुरकान अहमद ने दोनों सदनों में नागरिकता संशोधन बिल के पास होने को काला दिन करार दिया है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने दोनों सदनों से लेकर सड़कों तक इस बिल का विरोध किया है. लेकिन बहुमत का लाभ उठाते हुए भाजपा ने इस बिल को पास करवा लिया.

मौलाना नसीम अहमद कासमी ने इस बिल को देश के टुकड़े करने वाला बिल करार दिया. उन्होंने कहा कि हिन्दू मुस्लिम समेत सभी धर्मों के लिए यह बिल नुकसानदेह है, और हम चाहते हैं कि किसी भी देश और धर्म का कोई शरणार्थी हो उसे नागरिकता मिलनी चाहिए.

उत्तराखंड पहुंची नागरिकता संशोधन बिल की चिंगारी

ये भी पढ़ें:आश्वासन के बाद संतों ने समाप्त किया अनशन, 10 दिनों का दिया अल्टीमेटम

इस मौके पर एडवोकेट नईम अहमद ने बताया कि नागरिकता संसोधन बिल में जो कुरीतियां है. उसे दूर करना चाहिए क्योंकि कोई भी कानून जनता की कसौटी पर खरा उतरना चाहिए. यह भेदभाव करने वाला कानून है इसमें हम समानता के अधिकार की मांग करते हैं, यह देश को बांटने वाला कानून है. ऐसे में पिरान कलियर में भी मुस्लिम समाज के सैकड़ों लोग सड़कों पर उतरे और नागरिकता बिल का जोरदार विरोध किया. इस मौके पर समाज के लोगों ने एक जुट होकर कहा कि ये बिल समाज को दो हिस्सों में बांटने वाला बिल है.

रूड़की: हाल ही में केंद्र सरकार के द्वारा लोकसभा के बाद राज्यसभा में भी नागरिकता संशोधन बिल को हरी झंडी मिल गई है. ऐसे में देश में जहां एक तरफ खुशी का माहौल देखने को मिल रहा तो वहीं, दूसरी तरफ बिल का विरोध भी आवाजें तेजी से उठने लगी है. इस कड़ी में शुक्रवार को रुड़की और पिरान कलियर में नागरिकता संशोधन बिल के विरोध में मुस्लिम समाज के लोगों ने हाथों पर काली पट्टी बांधकर अपना विरोध जताया और सरकार को ज्ञापन भी सौंपा.

बता दें कि रामपुर स्थित मदरसा इरफानुल-उलुम में जमीयत ए उलेमा हिंद की तरफ से आयोजित कार्यक्रम में नागरिकता संशोधन बिल के विरोध में मुस्लिम समाज के लोगों एवं छात्रों ने हाथ पर काली पट्टी बांधकर प्रदर्शन किया. इस दौरान कलियर से कांग्रेस विधायक हाजी फुरकान अहमद ने दोनों सदनों में नागरिकता संशोधन बिल के पास होने को काला दिन करार दिया है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने दोनों सदनों से लेकर सड़कों तक इस बिल का विरोध किया है. लेकिन बहुमत का लाभ उठाते हुए भाजपा ने इस बिल को पास करवा लिया.

मौलाना नसीम अहमद कासमी ने इस बिल को देश के टुकड़े करने वाला बिल करार दिया. उन्होंने कहा कि हिन्दू मुस्लिम समेत सभी धर्मों के लिए यह बिल नुकसानदेह है, और हम चाहते हैं कि किसी भी देश और धर्म का कोई शरणार्थी हो उसे नागरिकता मिलनी चाहिए.

उत्तराखंड पहुंची नागरिकता संशोधन बिल की चिंगारी

ये भी पढ़ें:आश्वासन के बाद संतों ने समाप्त किया अनशन, 10 दिनों का दिया अल्टीमेटम

इस मौके पर एडवोकेट नईम अहमद ने बताया कि नागरिकता संसोधन बिल में जो कुरीतियां है. उसे दूर करना चाहिए क्योंकि कोई भी कानून जनता की कसौटी पर खरा उतरना चाहिए. यह भेदभाव करने वाला कानून है इसमें हम समानता के अधिकार की मांग करते हैं, यह देश को बांटने वाला कानून है. ऐसे में पिरान कलियर में भी मुस्लिम समाज के सैकड़ों लोग सड़कों पर उतरे और नागरिकता बिल का जोरदार विरोध किया. इस मौके पर समाज के लोगों ने एक जुट होकर कहा कि ये बिल समाज को दो हिस्सों में बांटने वाला बिल है.

Intro:रुड़की

रूड़की: हाल ही में केंद्र सरकार के द्वारा लोकसभा के बाद राज्यसभा में भी नागरिकता बिल पास हुआ है. जिसको लेकर देश मे जंहा एक ओर खुशी का माहौल देखने को मिल रहा तो वही दूसरी ओर बिल का विरोध भी तेजी से होने लगा है। वहीं आज रुड़की और पिरान कलियर में नागरिकता विधेयक बिल के विरोध में मुस्लिम समाज के सैकड़ो लोगों ने हाथों पर काली पट्टी बांधकर प्रदर्शन किया। इस दौरान ज्वाइंट के माध्यम को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन भेजा।

वीओ-1- रुड़की के रामपुर स्थित मदरसा इरफानुल-उलुम में जमीयत ए उलेमा हिन्द की ओर से आयोजित कार्यक्रम में नागरिकता विधेयक बिल के विरोध में मुस्लिम समाज के लोगों एवं छात्रों ने हाथ पर काली पट्टी बांधकर प्रदर्शन किया। इस दौरान कलियर से कांग्रेस विधायक हाजी फुरकान अहमद ने कहा कि यह काला दिन है जब यह बिल दोनो सदनों में पास हुआ। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने दोनो सदनों से लेकर सड़कों तक इस बिल का विरोध किया है। लेकिन बहुमत का लाभ उठाते हुए भाजपा ने इस बिल को पास करवाया है।

Body:वीओ-2- वही मौलाना नसीम अहमद कासमी ने इस बिल को देश के टुकड़े करने वाला बिल करार दिया। उन्होंने कहा कि हिन्दू मुस्लिम समेत सभी धर्मों के लिए यह बिल नुकसानदेह है और हम चाहते है कि किसी भी देश और धर्म का कोई शरणार्थी हो उसे नागरिकता मिलनी चाहिए। एडवोकेट नईम अहमद ने बताया कि नागरिकता संसोधन बिल में जो कुरीतियां है उसे दूर करना चाहिए क्योंकि कोई भी कानून पब्लिक की कसौटी पर खरा उतरना चाहिए। यह भेदभाव करने वाला कानून है इसमे हम समानता के अधिकार की मांग करते हैं, यह देश को बांटने वाला कानून है।

Conclusion:वीओ-3- वही पिरान कलियर में भी मुस्लिम समाज के सैकड़ो लोग सड़को पर उतरे और नागरिकता बिल का जोरदार विरोध किया। इस मौके पर समाज के लोगो ने एक जुट होकर कहा कि ये बिल समाज को दो हिस्सों में बांटने वाला बिल है। आपसी भाईचारे पर प्रहार है। उन्होंने भाजपा को सत्ता के नशे में चूर बताते हुए कहा कि सरकार हठधर्मि पर आमादा है।

1:-बाईट- फुरकान अहमद (विधायक कलियर कांग्रेस) पहचान मेहरून कलर की जैकेट वाले

2:-बाईट- मौलाना हारून (जिला सदर जमीयत उलेमा हिन्द) गले में क्रीम कलर का शॉल व्हाइट टोपी वाले

3:- बाइट-- शरीक अफरोज (स्थानीय निवासी) पहचान ,, गले में मफलर जामनी कलर की जर्किन वाले

4:- बाइट-- डॉ. नय्यर काज़मी (स्थानीय निवासी). पहचान,, ब्लेक जैकेट व्हाइट टोपी वाले
Last Updated : Dec 13, 2019, 8:45 PM IST
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