रुड़की: 15 अगस्त को रुड़की-लक्सर मार्ग की बदहाली को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत की अगुवाई में 3 कांग्रेसी विधायकों और कार्यकर्ताओं को बैलगाड़ी से तिरंगा यात्रा निकालना महंगा पड़ गया. प्रशासन ने हरीश रावत सहित मंगलौर, पिरान कलियर और भगवानपुर विधायक के खिलाफ आपदा प्रबंधन अधिनियम की धारा 188 और धारा 144 के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है. इसके साथ ही 200 अज्ञात लोगों के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज किया गया है.
मामले में बोलते हुए मंगलौर विधायक काजी निजामुद्दीन ने कहा कि राज्य सरकार अंग्रेजी हुकूमत जैसा बर्ताव कर रही है. काजी निजामुद्दीन ने कहा है कि रुड़की-लक्सर मार्ग की बदहाली को लेकर कांग्रेसियों के द्वारा जो प्रदर्शन किया गया था. उसमें सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क का प्रयोग किया गया था. प्रदर्शन के दौरान किसी नियमों का किसी प्रकार से उल्लंघन नहीं हुआ था. इसके बावजूद सरकार ने दमनकारी नीति अपनाते हुए हम लोगों पर मुकदमा दर्ज कर रही है. लेकिन, कांग्रेस पीछे नहीं हटेगी.
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काजी निजामुद्दीन के मुताबिक रुड़की-लक्सर मार्ग बहुत ही महत्वपूर्ण है. आगामी कुंभ के लिए यहां से श्रद्धालु हरिद्वार के लिए रवाना होंगे. ऐसे में सवाल उठता है कि जब मार्ग ही बदहाल है तो सरकार कैसे महाकुंभ के सफल आयोजन का दावा कर रही है.