रुड़कीः निकाय चुनाव के बाद से ही रुड़की नगर निगम राजनीति का अखाड़ा बना हुआ है. कभी टेंडर रद् करने को लेकर तो कभी मेयर साहब की कर्मचारी को धमकाते हुए ऑडियो वायरल होने का मामला. फिलहाल, सत्तापक्ष के विधायक देशराज कर्णवाल और मेयर गौरव गोयल का आमने-सामने होना भी खूब चर्चाओं में है. अब ताजा घटनाक्रम ये है कि विधायक कर्णवाल ने अपनी सरकार के शहरी विकास मंत्री से मेयर की लिखित शिकायत की है. पांच बिंदुओं की शिकायत पर उच्चस्तरीय जांच कर उचित कार्रवाई की मांग की है.
ये कहानी शुरू हुई कुछ दिन पूर्व रुड़की निगम क्षेत्र में एक पार्क के उद्घाटन का कार्यक्रम से. आरोप है कि उस कार्यक्रम में क्षेत्रीय विधायक देशराज कर्णवाल को जानबूझकर नजरअंदाज किया गया. जिसके बाद विधायक देशराज कर्णवाल रुड़की नगर निगम पहुंचे और आमंत्रण न देने पर खूब गरम हुए. जवाब में मेयर गौरव गोयल ने भी विधायक को सभ्यता और शालीनता का बरतने की हिदायत पेश की.
फिर क्या था, राजनीति का अखाड़ा जम गया और दोनों तरफ से सफाई और बयानबाजी का दौर शुरू हो गया. इसी बीच सोशल मीडिया पर एक ऑडियो भी खूब वायरल हुआ. जिसमें मेयर गौरव गोयल निगम के किसी कर्मचारी को जमकर डांट फटकार रहे हैं. ऑडियो में मेयर साहब खुद को निगम का मालिक बताते हुए दो दिन में अधिकारियों के ट्रांसफर कराने की बात भी कहते सुनाई दे रहे हैं.
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बहरहाल, अब ये अखाड़ा उत्तराखंड सरकार तक जा पहुंचा है. विधायक देशराज कर्णवाल ने उत्तराखंड के शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक से मेयर की लिखित शिकायत की है. शिकायती पत्र पांच बिंदुओं का है, जिसमें वित्तीय मामलों से लेकर टेंडर रद् करना, अनिमितताओं व संविधान विरोधी गतिविधियों का आरोप लगाया गया है. साथ ही तमाम मामलों की उच्चस्तरीय जांच कराकर उचित कार्रवाई की मांग की गई है.
इसमें दिलचस्प बात ये है कि मेयर और विधायक दोनों एक ही पार्टी से ताल्लुक रखते हैं. अपनी पार्टी से इंसाफ की गुहार लगाते हैं. ऐसे में ये तय है कि पार्टी दोनों में से किसी को नाराज नहीं करेगी. बाकी आने वाला समय बताएगा कि आरोप-प्रत्यारोप का ये दौर कब तक चलता है?