हरिद्वार/रुड़की/ऋषिकेश: कल यानी 11 मार्च को महाकुंभ के पहले सात संन्यासी अखाड़ा शाही स्नान पर करेंगे. शाही स्नान में ब्रह्मचारी अखाड़ा भी शामिल होगा. मेला प्रशासन ने शाही स्नान करने के लिए अखाड़ों का क्रम निर्धारित कर दिया है.
सबसे पहले 8 बजे से लेकर 11 बजे तक का समय जूना अखाड़ा व अग्नि, आवाहन और किन्नर अखाड़ा को स्नान के लिए दिया गया है. जूना अखाड़े से निकलकर हर की पौड़ी ब्रह्मकुंड में स्नान करेगा. उसके बाद निरंजनी अखाड़ा अपने साथी आनंद के साथ अपनी छावनी से हरकी पैड़ी पर पहुंचकर स्नान करेगा. उसके बाद महानिर्वाणी अपने साथी अटल के साथ कनखल से हरकी पौड़ी की ओर रुख करेगा.
हरकी पौड़ी ब्रह्मकुंड पर सुबह 8 बजे से लेकर जब तक सभी अखाड़े के स्नान नहीं कर लेते, तब तक किसी भी व्यक्ति का ब्रह्मकुंड पर स्नान करना प्रतिबंधित रहेगा. मेला प्रशासन के द्वारा की गई गाइडलाइन के अनुसार श्रद्धालु किसी भी अन्य घाट पर स्नान कर सकते हैं.
ऋषिकेश क्षेत्र में कुंभ मेला पुलिस पूरी तरह से सतर्क
आस्था के महापर्व कुंभ और महाशिवरात्रि पर्व को देखते हुए ऋषिकेश क्षेत्र में कुंभ मेला पुलिस पूरी तरह से सतर्क नजर आ रही है. सुरक्षा व्यवस्थाओं में किसी भी तरह की कमी न हो इसके लिए खुद सीओ मौजूद हैं व जगह-जगह निरीक्षण कर पुलिसियाई व्यवस्था को परखने में लगी हैं. बुधवार देर शाम सीओ कुंभ वंदना वर्मा ने पौराणिक वीरभद्र मंदिर में पुलिस के सुरक्षा व अन्य इंतजामों का जायजा लिया.
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महाशिवरात्रि के स्नान को लेकर रुड़की पुलिस-प्रशासन अलर्ट
महाशिवरात्रि के स्नान को लेकर पुलिस-प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट हो चुका है. स्नान में हिस्सा लेने वाले श्रद्धालुओं को बिना कोविड-19 जांच के उत्तराखंड में प्रवेश निषेध कर दिया गया है. गंगा स्नान करने वाले श्रद्धालुओं को कोरोना की रिपोर्ट व मेला प्रशासन वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन कराना अनिवार्य होगा. उसके बाद ही वो उत्तराखंड में प्रवेश कर पाएंगे. पुलिस ने उत्तराखंड की सभी सीमाओं पर पुलिस सुरक्षा को बढ़ा दिया है. पीएसी सहित पुलिस बल को उत्तराखंड की सीमा पर तैनात किया गया है, ताकि उत्तराखंड में आने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की कोई समस्या का सामना ना करना पड़े.
वीरभद्र महादेव मंदिर को सजाया गया
शिवरात्रि महापर्व को लेकर ऋषिकेश वीरभद्र महादेव मंदिर समिति ने मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए तैयारियां शुरू कर दी हैं. मंदिर समिति के द्वारा मंदिर को भव्य रूप से सजाया गया है, इसके साथ ही आने वाले श्रद्धालुओं के लिए हैंड सैनिटाइजर भी रखा गया है, ताकि कोरोना से बचाव भी हो सके.
गंगाजल भरने के लिए हरिद्वार पहुंचने लगे कांवड़िये
महाशिवरात्रि को लेकर अब कावड़िये हरिद्वार से गंगाजल भर कर रुद्रपुर पहुंचने लगे हैं. इन दौरान सड़क किनारे कावड़ियों के लिए समाज से जुड़े समाजसेवियों द्वारा भंडारे की व्यवस्था की गई है. इसके अलावा उनके रुकने के लिए भी टेंट लगाया गया है. 12 मार्च को महाशिवरात्रि है. ऐसे में हरिद्वार से कावड़ लेकर आने वाले शिव भक्तों का कावड़ लाने का सिलसिला लगातार जारी है. रुद्रपुर के रास्ते सितारगंज, खटीमा, पीलीभीत को जाने वाले कंवारिये हरिद्वार से गंगाजल लेकर पैदल पहुंचने लगे हैं. रुद्रपुर में जगह जगह कांवरियों की सेवा के लिए समाजसेवियों ने व्यवस्था की है. जहां पर आराम करने के बाद कंवारिये कांवर लेकर अपने गंतव्य स्थान के लिए रवाना हो रहे हैं.