हरिद्वार: कोरोनाकाल में वैक्सीनेशन ड्राइव में अहम भूमिका निभाने वाले ऋषि कुल आयुर्वेदिक कॉलेज (Rishikul Ayurvedic College) के बीएएमएस जे के छात्र आक्रोशित हैं. छात्र लगातार स्टाइपंड बढ़ाने की मांग (students demanding increase in stipend) सरकार से कर रहे हैं. आज ऋषिकुल आयुर्वेदिक कॉलेज में डॉक्टरी की पढ़ाई कर रहे छात्र-छात्राओं ने मुख्य गेट पर पहुंच विरोध प्रदर्शन किया. साथ ही छात्रों ने कार्य बहिष्कार करने की भी चेतावनी दी है.
शुक्रवार दोपहर ऋषि कुल आयुर्वेदिक कॉलेज के मुख्य गेट पर पहुंचे छात्र-छात्राओं में जमकर हंगामा किया. प्रदर्शनकारी छात्रा पूजा का कहना है कि एमबीबीएस के छात्रों को जो स्टाइपंड ₹17,000 मिलता है वहीं बीएएमएस के छात्रों को सिर्फ 7,500 दिया जाता है, जबकि हरिद्वार में एक कमरा ही ₹5,000 का मिलता है. ऐसे में ढाई हजार रुपए में कोई छात्र अपना खर्चा कैसे चलाएगा? जबकि सभी जानते हैं कि कोरोनाकाल में सबसे ज्यादा काम बीएएमएस के छात्रों ने किया. उसके बाद वैक्सीनेशन ड्राइव में भी सभी छात्रों ने बढ़ चढ़कर काम किया.
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हम भी एमबीबीएस के छात्रों के बराबर ही काम करते हैं, लेकिन हमारा मानदेय उनसे आधे से भी कम है. छात्रों ने कहा कि उन्होंने सीएम से भी छात्रों के स्टाइपंड बढ़ाने की मांग की थी. तब सीएम ने जल्द इस पर फैसला लेने की बात कही थी. मगर अभी तक इस मामले में कुछ नहीं हुआ. छात्रों ने कहा इस मामले पर सुप्रीम कोर्ट अपना आदेश दे चुका है लेकिन अभी तक बढ़ा हुआ स्टाइपंड लागू नहीं हुआ है. छात्रों ने कहा भाजपा सरकार से उन्हें बहुत उम्मीद थी लेकिन उन्होंने भी उनके लिए कुछ नहीं किया.