हरिद्वार: धर्मनगरी में होने जा रहे महाकुंभ में सफाई व्यवस्था सबसे बड़ी समस्या बनी हुई है. सोमवार को हरिद्वार की मेयर अनीता शर्मा ने मेला प्रशासन द्वारा नगर निगम को किसी प्रकार की सहायता नहीं मिलने का आरोप लगाया.
बता दें कि अपने निगम परिसर स्थित मेयर कार्यालय में मेयर अनीता शर्मा ने पत्रकारों से वार्ता की. इस दौरान उन्होंने मेला प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए. मेयर अनिता शर्मा ने कहा कि महाकुंभ के लिए समस्त अखाड़ों में साधु-संतों के साथ-साथ श्रद्धालुओं का आगमन शुरू हो गया है. सिर्फ चकाचौंध रोशनियों से कुंभ मेला सफल नहीं होता, उसके लिए सफाई व्यवस्था भी अच्छी होनी चाहिए. मेला प्रशासन निगम के साथ सौतेला व्यवहार कर रहा है. सफाई कर्मचारियों की भर्ती नहीं की जा रही है.
इसके साथ ही उन्होंने मेलाधिकारी दीपक रावत, राज्यपाल बेबी रानी मौर्य व अन्य प्रशासनिक अधिकारियों को भी कई बार कर्मचारियों के लिए अवगत करवाया गया, लेकिन उसके बावजूद भी कुछ नहीं हो रहा. पहली बार ऐसा कुंभ देखा जा रहा है, जिसमें सफाई व्यवस्था बदहाल है. कहीं भी साफ-सफाई नहीं है. यह सिर्फ और सिर्फ मंत्री द्वारा मेयर को बदनाम करने का कार्य हो रहा है. सफाई व्यवस्था ना होने के कारण अखाड़े-आश्रम से साधु-संत सीधे निगम के पार्षद और मेयर से शिकायत कर रहे हैं.
ये भी पढ़ेंः जिस जगह कुंभ स्नान करेंगे करोड़ों भक्त, उस हरकी पैड़ी पर झूल रहे हैं बिजली के तार
मेयर अनिता शर्मा ने बताया कि उनके द्वारा बोर्ड बैठक में 600 कर्मचारियों की भर्ती के लिए प्रस्ताव पास किया जा चुका है, लेकिन उस पर भी कुछ नहीं हुआ. मुख्य नगर आयुक्त जय भारत सिंह बिना किसी को चार्ज दिए छुट्टी पर चले गए. इतना ही नहीं उन्होंने मेयर को भी सूचना देना भी ठीक नहीं समझा.