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पुलवामा हमले में शहीद जवान हेमराज मीणा की अस्थियां गंगा में विसर्जित - शहीद की अस्थियां गंगा में विसर्जित

शहीद हेमराज पिछले 3 वर्ष से कश्मीर में ही तैनात थे. इससे पहले वह लंबे समय तक नक्सल प्रभावित क्षेत्र में तैनात रहे. 18 महीने बाद उन्हें रिटायर होना था.

शहीद जवान हेमराज मीणा की अस्थियां गंगा में विसर्जित
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Published : Feb 20, 2019, 3:02 PM IST

हरिद्वार: सीआरपीएफ 61 बटालियन के जवान हेमराज मीणा का अस्थि कलश आज हरिद्वार हरकी पैड़ी ब्रह्मकुंड पर विधि-विधान से विसर्जित किया गया. मीणा विनोद कलां गांव सांगोद तहसील जिला कोटा राजस्थान के रहने वाले थे. हेमराज के बड़े भाई देवलाल मीणा, बेटा अजय मीणा, भतीजा मोनू, भाभी उच्चाबाई व अन्य परिजन अस्थियां लेकर हरिद्वार पहुंचे थे.

पढ़ें-हल्द्वानी: पार्षदों ने दी सांसद के गायब होने की तहरीर, बोले- चुनाव जीतने के बाद से हैं लापता

दरअसल, 14 फरवरी को हुये पुलवामा आतंकी हमले में शहीद होने वाले 40 सीआरपीएफ जवानों में से पांच राजस्थान के थे. इन्हीं में से एक हैं, 43 वर्षीय हेमराज मीणा. उन्होंने करीब 18 साल पहले सीआरपीएफ में नौकरी शुरू की थी और 61वीं बटालियन में सेवा दे रहे थे.

पुलवामा आतंकी हमले में शहीद हुए थे हेमराज मीणा.

पढ़ें-बोर्ड परीक्षा को लेकर बच्चों पर न होने दें तनाव हावी, पैरेंट्स रखें इस बात का विशेष ध्यान

हेमराज के घर पर पत्नी मधुबाला मीणा, दो बेटे और दो बेटियां और बुजुर्ग माता-पिता हैं. तीन साल पहले ही हेमराज अपने परिवार के साथ सांगोद में रहने के लिए आये थे, इनका पुस्तैनी मकान विनोद खुर्द में है, जहां अब भी उनके बुजुर्ग माता-पिता रहते हैं.

गौर हो कि शहीद हेमराज पिछले 3 वर्ष से कश्मीर में ही तैनात थे. इससे पहले वह लंबे समय तक नक्सल प्रभावित क्षेत्र में तैनात रहे. 18 महीने बाद उन्हें रिटायर होना था.

हरिद्वार: सीआरपीएफ 61 बटालियन के जवान हेमराज मीणा का अस्थि कलश आज हरिद्वार हरकी पैड़ी ब्रह्मकुंड पर विधि-विधान से विसर्जित किया गया. मीणा विनोद कलां गांव सांगोद तहसील जिला कोटा राजस्थान के रहने वाले थे. हेमराज के बड़े भाई देवलाल मीणा, बेटा अजय मीणा, भतीजा मोनू, भाभी उच्चाबाई व अन्य परिजन अस्थियां लेकर हरिद्वार पहुंचे थे.

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दरअसल, 14 फरवरी को हुये पुलवामा आतंकी हमले में शहीद होने वाले 40 सीआरपीएफ जवानों में से पांच राजस्थान के थे. इन्हीं में से एक हैं, 43 वर्षीय हेमराज मीणा. उन्होंने करीब 18 साल पहले सीआरपीएफ में नौकरी शुरू की थी और 61वीं बटालियन में सेवा दे रहे थे.

पुलवामा आतंकी हमले में शहीद हुए थे हेमराज मीणा.

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हेमराज के घर पर पत्नी मधुबाला मीणा, दो बेटे और दो बेटियां और बुजुर्ग माता-पिता हैं. तीन साल पहले ही हेमराज अपने परिवार के साथ सांगोद में रहने के लिए आये थे, इनका पुस्तैनी मकान विनोद खुर्द में है, जहां अब भी उनके बुजुर्ग माता-पिता रहते हैं.

गौर हो कि शहीद हेमराज पिछले 3 वर्ष से कश्मीर में ही तैनात थे. इससे पहले वह लंबे समय तक नक्सल प्रभावित क्षेत्र में तैनात रहे. 18 महीने बाद उन्हें रिटायर होना था.

Intro:शहीद का अस्थि विसर्जन पूरी विधि विधान से हुआ संपन्न@ तीर्थ पुरोहितों की पहल किसी भी शहीद के अस्थि विसर्जन में दान दक्षिणा नहीं नही ली जाएगी


पुलवामा में शहीद हुए सीआरपीएफ 61 बटालियन के जवान हेमराज मीणा का अस्थि कलश आज हरिद्वार पहुंचा हर की पौड़ी ब्रह्मकुंड में तीर्थ पुरोहित हरीराम नरेश कुमार द्वारा पूरी विधि विधान से हेमराज मीणा का अस्थि विसर्जन कराया गया अस्थि विसर्जन कराने हेमराज के परिवार से उनके बड़े भाई देव लाल मीणा बेटा अजय मीणा भतीजा सोनू और भाभी उच्चा भाई मौजूद रहे जब शहीद का अस्थि विसर्जन हरकी पौड़ी पर हो रहा था तो भारी संख्या में श्रद्धालु और स्थानीय लोगों ने अस्थि विसर्जन में भाग लिया सभी की आंखें नम थी और पाकिस्तान के खिलाफ आक्रोश देखने को मिल रहा था हरिद्वार तीर्थ पुरोहितों द्वारा पहले ही घोषणा कर दी गई थी कि किसी भी शहीद के अस्थि विसर्जन कराने पर दान दक्षिणा नहीं ली जाएगी और उनका पूरा खर्चा भी पुरोहित समाज ही वहन करेगा


Body:शहीद हेमराज मीणा के परिजन कल शाम राजस्थान से उनका अस्थि कलश लेकर हरिद्वार पहुंचे थे आज हर की पैड़ी पर ब्रह्मकुंड में तीर्थ पुरोहितों ने शहीद हेमराज की हस्तियों को पूरे विधि विधान के साथ गंगा में विसर्जित कराया अस्थि विसर्जन कराने के लिए परिजनों के साथ हेमराज का 10 साल का बेटा भी आया हुआ था बेटे को अपने पिता की शहादत पर गर्व है उसका कहना है कि वह भी अपने पिता की तरह फौज में जाना चाहता है और फौज में जाकर आतंकियों का सफाया करने की इच्छा है

बाइट-- अजय मीणा--शहीद हेमराज का बेटा

अस्थि विसर्जन कराने आए परिजन हेमराज मीणा की शहादत पर गर्व करते हैं परिजनों का कहना है कि हेमराज के साथ जितने भी हमारे जवान शहीद हुए हैं उनकी शहादत का बदला लेना चाहिए और पाकिस्तान पर सख्त से सख्त कार्रवाई करनी चाहिए इसके साथ ही सेना को खुली छूट दे देनी चाहिए जिससे सेना अपना कार्य अच्छी तरीके से कर सके जिसे देश के जितने भी गद्दार है उनको मौत के घाट उतार सके ऐसी घटना भविष्य में कभी ना हो वहीं हरिद्वार तीर्थ पुरोहितों द्वारा शहीदों के परिवार से अस्थि विसर्जन कराने पर दान दक्षिणा नहीं लेने के फैसले पर परिवार वालों का कहना है कि पूरे देश में शहीदों और उनके परिवार वालों के साथ लोग खड़े हो रहे हैं यह फैसला बहुत अच्छा है क्योंकि शहीद सिर्फ एक परिवार का नहीं होता पूरे देश का होता है

बाइट-- देवलाल मीणा--शहीद हेमराज का बड़ा भाई
बाइट-- मोनू मीणा--शहीद हेमराज का भतीजा

पूरा देश शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित कर रहा है तो वहीं हरिद्वार के तीर्थ पुरोहितों ने भी शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिए अनोखा तरीका निकाला है हरिद्वार के तीर्थ पुरोहितों ने फैसला किया है कि वो किसी भी शहीद के अस्थि विसर्जन संस्कार कर्म के लिए कोई दान दक्षिणा नहीं लेगा यही नहीं अस्थि विसर्जन के लिए हरिद्वार आने वाले शहीदों के परिजनों का रहने खाने का खर्चा भी पुरोहित समाज ही करेगा हरिद्वार के तीर्थ पुरोहितों में भी आतंकवादियों के सरपरस्त पाकिस्तान के खिलाफ बहुत गुस्सा है और तीर्थ पुरोहितों ने पीएम मोदी से मांग की है कि इस बार आर पार करें पाकिस्तान को पूरी तरह से नेस्तनाबूद कर कर दे

बाइट--उज्जवल पंडित--तीर्थ पुरोहित हरिद्वार


Conclusion:शहीद हेमराज मीणा अपनी शहादत देकर पंचतत्व में विलीन हो गए और अपने कर्तव्य को पूरी निष्ठा से निभा कर चले गए अब सेना और सरकार जब तक इन शहीदों की शहादतो का बदला नहीं लेती तब तक इन शहीदों के परिवार और देश की जनता को शांति नहीं मिलेगी क्योंकि अब सभी का दिल बोल रहा है की आतंकियों और पाकिस्तान पर बड़ी कार्रवाई की जाए
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