हरिद्वार: जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर और शिव शक्ति धाम डासना के पीठाधीश्वर यति नरसिंहानंद गिरि (mahamandaleshwar yeti narasimhanand giri) ने सर्वानंद घाट पर मां गंगा का आशीर्वाद लेकर संत जागृति यात्रा का पहला चरण शुरू किया है. इस मौके पर नरसिंहानंद गिरि ने कहा कि पहले चरण में यह यात्रा 100 दिन की होगी. इस दौरान यात्रा हिंदी भाषी क्षेत्रों में जाएगी. यात्रा के दौरान वह संतों सभी धर्माचार्यों से भेंट करेंगे. उन्हें बताएंगे कि सनातन धर्म पर अभूतपूर्व संकट है.
संत जागृति यात्रा शुरू करने से पहले नरसिंहानंद गिरि ने सर्वानंद घाट (Haridwar Sarvanand Ghat) पर कहा कि इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य है कि हमें हिंदुओं पर संकट के बारे में सभी धर्माचार्यों को बताना है. इस संबंध में सभी धर्माचार्यों को पत्र भी देंगे. उन्होंने कहा कि इस तरह का पत्र लेकर संत पूरे देश में जाएंगे और आखिर में तीर्थ नगरी हरिद्वार पहुंचेंगे. जो राय देशभर के संतों की मिलेगी, उसको लिखित में हरिद्वार के धर्माचार्यों के समक्ष रखेंगे.
महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरि ने कहा कि सनातन धर्म संकट में है क्योंकि हिंदुओं ने धर्म छोड़ दिया है. जीवित रहने के लिए सनातन धर्म की ओर लौटना होगा. इस्लामिक आतंकवाद के जरिए आबादी बढ़ाकर लोकतांत्रिक तरीके से देश को कब्जाने की योजना बना रहे हैं.
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महामंडलेश्वर नरसिंहानंद गिरि महाराज ने कहा कि आज सनातन धर्म संकट में है. हम पूरे विश्व में इस्लामिक आतंकवाद के शिकार बन चुके हैं. रोज मठ, मंदिर तोड़कर कब्जा किए जा रहे हैं. सनातन धर्म को समाप्त करने का प्रयास किया जा रहा है. आए दिन हिंदुओं की हत्या कर सनातन धर्म पर आघात किया जा रहा है.