देहरादूनः महाकुंभ-2021 में कोविड जांच में हुई हुए फर्जीवाड़े को लेकर अब सरकार कटघरे में खड़ी हो गई है. वहीं हरिद्वार से विधायक और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने कहा कि यह छोटा मामला नहीं है. इस मामले में मेला अधिकारी की भी जिम्मेदारी तय होनी चाहिए.
महाकुंभ-2021 में कोविड-19 RT-PCR जांच को लेकर सामने आए बड़े फर्जीवाड़े पर अब परत दर परत कई खुलासे हो रहे हैं. सरकार भी इस मामले में हुई लापरवाही और घोटाले को लेकर सख्त नजर आ रही है. बुधवार को नैनीताल हाईकोर्ट ने भी मामले को सुना. इस फर्जीवाड़े पर जहां सरकार कड़ी कार्रवाई की बात कह रही है तो कुंभ मेला की जिम्मेदारी में तैनात कई अधिकारियों की कार्यशैली पर भी सवाल खड़े हो गए हैं.
जिंदगी से खिलवाड़
बुधवार को मीडिया से बातचीत करते हुए हरिद्वार से विधायक और उत्तराखंड भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने कहा कि निश्चित तौर से यह कोई छोटा मामला नहीं है. यह बड़े स्तर पर किया गया फर्जीवाड़ा है. उन्होंने कहा कि यह सामान्य दिनों में की गई कोई अनियमितता नहीं है. बल्कि कोविड-19 जैसी वैश्विक महामारी के दौरान लोगों के जीवन से किया गया खिलवाड़ है.
ये भी पढ़ेंः हरिद्वार कुंभ: कोरोना टेस्टिंग में महाफर्जीवाड़ा, पंजाब के इस शख्स ने खोली जांच घोटाले की पोल
राष्ट्रद्रोह का मामला
मदन कौशिक ने कहा कि यह एक राष्ट्रद्रोह का मामला बनता है. इस विषय पर सरकार द्वारा जांच गठित की गई है. उससे काफी कुछ स्पष्ट हो जाएगा. उन्होंने कहा कि इस मामले में कुंभ मेले में तैनात अधिकारियों के साथ-साथ मेला अधिकारी की भी जिम्मेदारी तय होनी चाहिए.
सरकार लेगी बड़ा एक्शन
दूसरी तरफ राज्यमंत्री धन सिंह रावत ने भी इस विषय पर जोर देते हुए कहा कि यह बेहद गंभीर प्रकरण है. उन्होंने सरकार का पक्ष रखते हुए कहा कि सरकार द्वारा इस मामले पर बेहद गंभीरता से कदम उठाते हुए जांच कमेटी गठित की गई है. जल्द ही इस मामले में सरकार कोई बड़ा एक्शन लेगी.
ये है मामला
हरिद्वार कुंभ मेले के दौरान कोरोना टेस्ट कर रही प्राइवेट लैब ने टेस्ट की संख्या ज्यादा दिखाने के लिए फर्जी आधार कार्ड जमा करके टेस्ट किए. निजी लैब ने ज्यादा बिल भुगतान पाने के लिए ऐसा किया. स्वास्थ्य विभाग की प्रारंभिक जांच में घोटाला का खुलासा हुआ.