रुड़की: बसपा प्रत्याशी तनवीर अहमद के मछली मोहल्ला स्थित कार्यालय पर मजदूरों ने दिहाड़ी नहीं मिलने पर जमकर हंगामा किया. मजदूरों का आरोप है कि उन्हें 300 रुपये दिहाड़ी और खाना देने की बात की गई थी, लेकिन उन्हें कार्यालय पर लाकर बसपा का पट्टा उनके गले में डालकर कुछ कार्यकर्ताओं ने उनके साथ विडियो और फोटो बनाई और बिना दिहाड़ी दिए ही उन्हें जाने के लिए कहा.
आरोप है कि बसपा कार्यकर्ताओं ने 17 मजदूरों को काम करने के नाम पर कार्यालय बुलाया और उन्हें पार्टी का पट्टा पहनाकर उनके साथ फोटो और वीडियो बनाया. उसके बाद बिना मजदूरी दिए मजदूरों को वहां से जाने को कहा. इसी बात से नाराज दिहाड़ी मजदूरों ने बसपा कार्यालय पर जमकर हंगामा किया.
वहीं, मजदूरों को दिहाड़ी नहीं देने पर बसपा प्रत्याशी कार्यालय में हुए हंगामा की खबर चुनाव आयोग की टीम तक भी पहुंच गई है. जिसके बाद चुनाव आयोग की टीम मौके पर पहुंची और मामले की जांच शुरू कर दी.
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सूत्रों की मानें तो बसपा प्रत्याशी तनवीर अहमद भाजपा विधायक के करीबी माने जाते हैं. चर्चा है कि तनवीर अहमद को भाजपा विधायक द्वारा कांग्रेस की वोट काटने के लिए बसपा से टिकट दिलाकर चुनाव में खड़ा किया गया है. यही कारण है कि तनवीर अहमद के बैनर सिर्फ मुस्लिम क्षेत्र में ही दिखाई देते हैं. जानकारी अनुसार तनवीर अहमद अभी तक मुस्लिम क्षेत्र से बाहर भी दिखाई नहीं दिए हैं. माना जा रहा है कि उनका टारगेट सिर्फ कांग्रेस का वोट ही काटना है.
हालांकि, तनवीर कांग्रेस प्रत्याशी के कितने वोट काटने में सफल होते हैं यह तो आने वाला समय ही बताएगा. वहीं, बसपा प्रत्याशी तनवीर अहमद से जब दिहाड़ी मजदूरों के आरोपों के बाबत ईटीवी भारत संवाददाता ने उन्हें दो बार कॉल किया तो उन्होंने फोन नहीं उठाया.