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कुंभ कोरोना फर्जीवाड़े में DM सख्त, सवालों के घेरे में लैब और ICMR अप्रूवल

हरिद्वार महाकुंभ में कोरोना जांच के नाम पर हुए फर्जीवाड़े मामला अब गरमाता जा रहा है. मामले में जिलाधिकारी सी रविशंकर का कहना है कि लैब आईसीएमआर से एप्रूव्ड है या नहीं. इनपैनल्ड करने से पहले अन्य विषयों का संज्ञान लेना चाहिए था.

dm c ravishankar
सी रविशंकर
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Published : Jun 17, 2021, 7:21 PM IST

Updated : Jun 17, 2021, 7:53 PM IST

हरिद्वारः महाकुंभ में कोरोना जांच के नाम पर हुए फर्जीवाड़े मामले में प्राइवेल लैब्स पर शिकंजा कसा जा रहा है. मामले में डीएम सी रविशंकर के निर्देश पर सीएमओ ने कोतवाली में एफआईआर दर्ज कराई है. हालांकि, अभी इस मामले में प्रशासन की ओर से प्राथमिक जांच ही पूरी की गई है, लेकिन जांच में डीएम ने प्राइवेट लैब की कई अनियमितताएं पकड़ी हैं. वहीं, पूरे मामले में जिला स्वास्थ्य विभाग और कुंभ मेला स्वास्थ्य विभाग दोनों ही सवालों के घेरे में आ गए हैं.

जिलाधिकारी सी रविशंकर का कहना है हरिद्वार जिला स्तर और देहरादून स्तर से मामले की जांच की गई. हरिद्वार स्तर की जांच में पाया गया है कि प्राइवेट लैब की ओर से कई अनियमितताएं कोरोना रिपोर्ट जारी करने को लेकर की गई है. इसमें मैक्स को ऑपरेटिव एजेंसी और उनके साथ एग्रीमेंट की गई दो प्राइवेट लैब के खिलाफ यह मुकदमा दर्ज किया गया है. इस मामले में प्राथमिक जांच के बाद आगे की जांच अभी भी गतिमान है. इस जांच को पूरा होने में अभी 10 दिन का समय और लग सकता है. जांच पूरी होने पर जो भी तथ्य या त्रुटियां सामने आएगी, उनके अनुसार भी अन्य धाराएं मुकदमे में जोड़ी जाएगी.

कुंभ कोरोना फर्जीवाड़े में DM सख्त.

ये भी पढ़ेंः कुंभ कोरोना जांच फर्जीवाड़े में 5 सदस्यीय जांच कमेटी गठित, इन लैब पर शक की सुई

देहरादून स्तर की जांच में भी पाई गई गड़बड़ी

वहीं, देहरादून से हुई जांच में पाया गया है कि एक ही लैब की ओर से एक लाख लोगों की टेस्टिंग की गई है. जो संभव नहीं है, इसके विपरीत अन्य तीन लैब्स की ओर से संयुक्त रूप से लाखों की टेस्टिंग की गई है. एक ही मकान से कई लोगों की कोरोना जांच भी की गई है. जबकि, एक ही फोन नंबर का भी इस्तेमाल किया गया है. डाटा एंट्री में भी खामियां पाई गई है. जिस पर मुकदमा दर्ज कराया गया है.

लैब इनपैनल्ड को लेकर भी खामियां

डीएम रविशंकर का कहना है कि मामले में विशेष जांच आज से शुरू की गई है. जितना भी बड़ा घोटाला होगा, उसका पूरा खुलासा किया जाएगा. पुलिस की ओर से सीओ रैंक अधिकारी भी जांच करेंगे. प्रकरण में लैब इनपैनल्ड करने मे भी खामियां लग रही है. लैब को इनपैनल्ड करने के लिए देखना था कि लैब आईसीएमआर की ओर से एप्रूव्ड है या नहीं. इनपैनल्ड करने से पहले अन्य विषयों का संज्ञान लेना चाहिए था.

ये भी पढ़ेंः कोविड टेस्टिंग फर्जीवाड़ा: मुख्यमंत्री ने कहा यह मामला पुराना है, दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा

पूरे मामले में ऐसा नहीं किया गया, जिससे लगता है कि इस प्रक्रिया में भी खामियां है. यह खामिया जांच का विषय है. फिलहाल जांच जारी है और इसमें तथ्यों के आधार पर आगे करवाई की जाएगी. कुंभ मेले के दौरान जांच करने वाली सभी लैब्स का पेमेंट अभी रोक दिया गया है. अभी एक ही लैब की जांच की जा रही है. बाकी लैब्स की भी जांच की जाएगी.

हरिद्वारः महाकुंभ में कोरोना जांच के नाम पर हुए फर्जीवाड़े मामले में प्राइवेल लैब्स पर शिकंजा कसा जा रहा है. मामले में डीएम सी रविशंकर के निर्देश पर सीएमओ ने कोतवाली में एफआईआर दर्ज कराई है. हालांकि, अभी इस मामले में प्रशासन की ओर से प्राथमिक जांच ही पूरी की गई है, लेकिन जांच में डीएम ने प्राइवेट लैब की कई अनियमितताएं पकड़ी हैं. वहीं, पूरे मामले में जिला स्वास्थ्य विभाग और कुंभ मेला स्वास्थ्य विभाग दोनों ही सवालों के घेरे में आ गए हैं.

जिलाधिकारी सी रविशंकर का कहना है हरिद्वार जिला स्तर और देहरादून स्तर से मामले की जांच की गई. हरिद्वार स्तर की जांच में पाया गया है कि प्राइवेट लैब की ओर से कई अनियमितताएं कोरोना रिपोर्ट जारी करने को लेकर की गई है. इसमें मैक्स को ऑपरेटिव एजेंसी और उनके साथ एग्रीमेंट की गई दो प्राइवेट लैब के खिलाफ यह मुकदमा दर्ज किया गया है. इस मामले में प्राथमिक जांच के बाद आगे की जांच अभी भी गतिमान है. इस जांच को पूरा होने में अभी 10 दिन का समय और लग सकता है. जांच पूरी होने पर जो भी तथ्य या त्रुटियां सामने आएगी, उनके अनुसार भी अन्य धाराएं मुकदमे में जोड़ी जाएगी.

कुंभ कोरोना फर्जीवाड़े में DM सख्त.

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देहरादून स्तर की जांच में भी पाई गई गड़बड़ी

वहीं, देहरादून से हुई जांच में पाया गया है कि एक ही लैब की ओर से एक लाख लोगों की टेस्टिंग की गई है. जो संभव नहीं है, इसके विपरीत अन्य तीन लैब्स की ओर से संयुक्त रूप से लाखों की टेस्टिंग की गई है. एक ही मकान से कई लोगों की कोरोना जांच भी की गई है. जबकि, एक ही फोन नंबर का भी इस्तेमाल किया गया है. डाटा एंट्री में भी खामियां पाई गई है. जिस पर मुकदमा दर्ज कराया गया है.

लैब इनपैनल्ड को लेकर भी खामियां

डीएम रविशंकर का कहना है कि मामले में विशेष जांच आज से शुरू की गई है. जितना भी बड़ा घोटाला होगा, उसका पूरा खुलासा किया जाएगा. पुलिस की ओर से सीओ रैंक अधिकारी भी जांच करेंगे. प्रकरण में लैब इनपैनल्ड करने मे भी खामियां लग रही है. लैब को इनपैनल्ड करने के लिए देखना था कि लैब आईसीएमआर की ओर से एप्रूव्ड है या नहीं. इनपैनल्ड करने से पहले अन्य विषयों का संज्ञान लेना चाहिए था.

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पूरे मामले में ऐसा नहीं किया गया, जिससे लगता है कि इस प्रक्रिया में भी खामियां है. यह खामिया जांच का विषय है. फिलहाल जांच जारी है और इसमें तथ्यों के आधार पर आगे करवाई की जाएगी. कुंभ मेले के दौरान जांच करने वाली सभी लैब्स का पेमेंट अभी रोक दिया गया है. अभी एक ही लैब की जांच की जा रही है. बाकी लैब्स की भी जांच की जाएगी.

Last Updated : Jun 17, 2021, 7:53 PM IST
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