ETV Bharat / state

कांवड़ यात्रा पर रोक के बाद कारीगरों पर गहराया आर्थिक संकट, सरकार से लगाई गुहार - हरिद्वार हिंदी समाचार

कोरोना के बढ़ते खतरे को देखते हुए उत्तराखंड सरकार ने कावड़ यात्रा पर रोक लगा दी है. ऐसे में कांवड़ बनाने वाले कारीगरों के सामने आर्थिक संकट गहरा गया है. कारीगरों ने सरकार से आर्थिक मदद की गुहार लगाई है.

haridwar kavad Yatra
कांवड़ यात्रा पर रोक
author img

By

Published : Jul 9, 2020, 2:14 PM IST

Updated : Jul 9, 2020, 2:21 PM IST

हरिद्वार: कोरोना महामारी के बढ़ते प्रकोप की वजह से प्रशासन ने कांवड़ यात्रा पर रोक लगा दी है. ऐसे में करीब सैकड़ों परिवारों पर आर्थिक संकट के बादल मंडराने लगे हैं. वहीं हरिद्वारा के ज्वालापुर क्षेत्र में रहने वाले कुछ परिवारों ने कर्ज लेकर कांवड़ तैयार किया गया है. लेकिन इस बार कांवड़ यात्रा पर रोक लगने के बाद उनको कांवड़ के खरीदार नहीं मिल रहे हैं.

कांवड़ यात्रा पर रोक के बाद कारीगरों पर गहराया आर्थिक संकट.

दरअसल, प्रदेश में हर साल होने वाली कांवड़ यात्रा के शुरू होने के कुछ महीने पहले ज्वालापुर में रहने कुछ परिवार कांवड़ और यात्रा से जुड़ी चीजों को बनाने में जुट जाते हैं. कुछ परिवार ऐसे भी हैं, जो कर्ज लेकर ये चीजें बनाते हैं. ये लोग यात्रा शुरू होने से पहले कांवड़ की वस्तुएं तैयार कर लेते हैं. लेकिन इस बार महामारी के प्रकोप को देखते हुए सरकार ने कांवड़ यात्रा पर रोक लगा दी है. ऐसे में अब इन परिवारों के आगे आर्थिक समस्या गहरा गई है. कांवड़ की वस्तुएं बनाने के लिए लिया गया कर्ज ये परिवार कैसे चुकाएंगे? ये बड़ा सवाल है. जिसने कारीगरों की चिंता बढ़ा दी है.

ये भी पढ़ें: उज्‍जवला के लाभार्थियों को सितंबर तक मिलेगा तीन सिलेंडर मुफ्त

कांवड़ बनाने वाले कारीगरों का कहना है कि इस बार कांवड़ यात्रा में मुनाफा तो दूर, लागत भी नहीं निकलेगी. ऐसे में परिवार के सामने आर्थिक संकट गहरा गया है. ऐसे में इन कारीगरों ने प्रदेश सरकार से आर्थिक सहायता देने की मांग की है.

हरिद्वार: कोरोना महामारी के बढ़ते प्रकोप की वजह से प्रशासन ने कांवड़ यात्रा पर रोक लगा दी है. ऐसे में करीब सैकड़ों परिवारों पर आर्थिक संकट के बादल मंडराने लगे हैं. वहीं हरिद्वारा के ज्वालापुर क्षेत्र में रहने वाले कुछ परिवारों ने कर्ज लेकर कांवड़ तैयार किया गया है. लेकिन इस बार कांवड़ यात्रा पर रोक लगने के बाद उनको कांवड़ के खरीदार नहीं मिल रहे हैं.

कांवड़ यात्रा पर रोक के बाद कारीगरों पर गहराया आर्थिक संकट.

दरअसल, प्रदेश में हर साल होने वाली कांवड़ यात्रा के शुरू होने के कुछ महीने पहले ज्वालापुर में रहने कुछ परिवार कांवड़ और यात्रा से जुड़ी चीजों को बनाने में जुट जाते हैं. कुछ परिवार ऐसे भी हैं, जो कर्ज लेकर ये चीजें बनाते हैं. ये लोग यात्रा शुरू होने से पहले कांवड़ की वस्तुएं तैयार कर लेते हैं. लेकिन इस बार महामारी के प्रकोप को देखते हुए सरकार ने कांवड़ यात्रा पर रोक लगा दी है. ऐसे में अब इन परिवारों के आगे आर्थिक समस्या गहरा गई है. कांवड़ की वस्तुएं बनाने के लिए लिया गया कर्ज ये परिवार कैसे चुकाएंगे? ये बड़ा सवाल है. जिसने कारीगरों की चिंता बढ़ा दी है.

ये भी पढ़ें: उज्‍जवला के लाभार्थियों को सितंबर तक मिलेगा तीन सिलेंडर मुफ्त

कांवड़ बनाने वाले कारीगरों का कहना है कि इस बार कांवड़ यात्रा में मुनाफा तो दूर, लागत भी नहीं निकलेगी. ऐसे में परिवार के सामने आर्थिक संकट गहरा गया है. ऐसे में इन कारीगरों ने प्रदेश सरकार से आर्थिक सहायता देने की मांग की है.

Last Updated : Jul 9, 2020, 2:21 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.