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लक्सर में अपात्र को मिला पीएम आवास योजना का लाभ, पालिका अधिकारियों पर मिलीभगत का आरोप

लक्सर में फर्जी दस्तावेज के आधार पर एक व्यक्ति के प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ लेने का मामला सामने आया है. जिसमें उसकी मदद पालिका के अधिकारियों ने भी की. अधिकारियों की मदद से अपात्र के खाते में 1,20,000 रुपये भी ट्रांसफर किए गए. जिसका खुलासा आरटीआई रिपोर्ट में हुआ है.

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अपात्र को मिला पीएम आवास योजना का लाभ
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Published : Mar 26, 2023, 7:13 PM IST

Updated : Mar 26, 2023, 8:55 PM IST

अपात्र को मिला पीएम आवास योजना का लाभ

लक्सर: प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत दी जाने वाली धनराशि में गड़बड़ी का मामला सामने आया है. लक्सर नगर पालिका के अधिकारियों की मिलीभगत से अपात्र व्यक्ति को योजना का न सिर्फ लाभ दिया गया, बल्कि उसके खाते में प्रधानमंत्री आवास योजना की धनराशि भी भेज दी गई. शिकायत के बाद तहसील प्रशासन ने विशेष जांच रिपोर्ट बनाकर पालिका प्रशासन को कार्रवाई के लिए सौंप दी है.

बता दें कि 5 साल पहले लक्सर नगर पालिका क्षेत्र स्थित एक व्यक्ति ने गलत दस्तावेजों के आधार पर प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ लेने का आवेदन किया था. तत्कालीन अधिकारियों की मिलीभगत से आवेदनकर्ता के खाते में ₹1,20,000 की धनराशि भेज दी गई. आरोपी ने इस धनराशि से कोई मकान नहीं बनाया, बल्कि जिस जमीन को दिखाकर यह धनराशि प्राप्त की गई थी, उसे पहले ही बेच दिया गया था. जमीन बेचने के बाद भी पालिका प्रशासन ने आरोपी के खाते में पहले ₹20,000 और फिर बाद में ₹1,00,000 की किस्त डाली थी.

इस्माइलपुर गांव निवासी रामगोपाल ने सूचना के अधिकार के तहत इसकी जानकारी मांगी तो पता चला कि आरोपी ने जिस राशन कार्ड के तहत योजना का लाभ लेने के लिए आवेदन किया था, वो राशन कार्ड भी फर्जी निकला. इसके बाद मामले की शिकायत लक्सर एसडीएम गोपाल राम बिनवाल से की गई. एसडीएम गोपाल राम बिनवाल ने लक्सर तहसीलदार चंद्र शेखर वशिष्ट को इस मामले की जांच सौंप दी. जांच रिपोर्ट में सामने आया कि आरोपी ने पालिका प्रशासन के अधिकारियों की मिलीभगत से ₹1,20,000 की रकम डकार ली और ना तो इस धनराशि से मकान बनाया और ना ही यह रकम वापस की.

हालांकि पालिका प्रशासन ने दो बार नोटिस जारी कर आरोपी को रकम वापसी करने के निर्देश दिए, लेकिन आरोपी ने न तो मकान बनाया और ना ही धनराशि वापस की. तहसीलदार ने अपनी जांच रिपोर्ट में साफ तौर से लिखा है कि तत्कालीन पालिका प्रशासन के अधिकारी और आरोपी आवेदनकर्ता ने मिलीभगत कर ₹1,20,000 का गबन किया है और प्रधानमंत्री आवास योजना में साफ तौर से यह गड़बड़ी पाई गई है. अब तहसीलदार ने पालिका प्रशासन को इस मामले में उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया है.
ये भी पढ़ें: दिल्ली देहरादून एलिवेटेड हाईवे का CM धामी ने किया निरीक्षण, निर्माण कार्यों से दिखे संतुष्ट

यह जांच रिपोर्ट एसडीएम द्वारा पालिका प्रशासन को भेज दी गई है. वही शिकायतकर्ता ने पालिका प्रशासन से इस मामले में सख्त कार्रवाई करने की मांग की है. वहीं, मांग पूरी ना होने पर उन्होंने उच्च स्तर पर इस मामले की शिकायत करने की चेतावनी भी दी है.

लक्सर एसडीएम गोपाल राम बिनवाल ने बताया पालिका प्रशासन के अधिकारियों की मिलीभगत से प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत दी जाने वाली धनराशि से गड़बड़ी की गई है. इस संबंध में विस्तृत जांच रिपोर्ट बनाकर पालिका प्रशासन को कार्रवाई के लिए भेज दी गई है. वही लक्सर नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी चंद्रशेखर शर्मा ने कहा कि जांच रिपोर्ट में गड़बड़ी पाई गई है. इस मामले में नियमों के अनुसार सख्त कार्रवाई की जाएगी.

अपात्र को मिला पीएम आवास योजना का लाभ

लक्सर: प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत दी जाने वाली धनराशि में गड़बड़ी का मामला सामने आया है. लक्सर नगर पालिका के अधिकारियों की मिलीभगत से अपात्र व्यक्ति को योजना का न सिर्फ लाभ दिया गया, बल्कि उसके खाते में प्रधानमंत्री आवास योजना की धनराशि भी भेज दी गई. शिकायत के बाद तहसील प्रशासन ने विशेष जांच रिपोर्ट बनाकर पालिका प्रशासन को कार्रवाई के लिए सौंप दी है.

बता दें कि 5 साल पहले लक्सर नगर पालिका क्षेत्र स्थित एक व्यक्ति ने गलत दस्तावेजों के आधार पर प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ लेने का आवेदन किया था. तत्कालीन अधिकारियों की मिलीभगत से आवेदनकर्ता के खाते में ₹1,20,000 की धनराशि भेज दी गई. आरोपी ने इस धनराशि से कोई मकान नहीं बनाया, बल्कि जिस जमीन को दिखाकर यह धनराशि प्राप्त की गई थी, उसे पहले ही बेच दिया गया था. जमीन बेचने के बाद भी पालिका प्रशासन ने आरोपी के खाते में पहले ₹20,000 और फिर बाद में ₹1,00,000 की किस्त डाली थी.

इस्माइलपुर गांव निवासी रामगोपाल ने सूचना के अधिकार के तहत इसकी जानकारी मांगी तो पता चला कि आरोपी ने जिस राशन कार्ड के तहत योजना का लाभ लेने के लिए आवेदन किया था, वो राशन कार्ड भी फर्जी निकला. इसके बाद मामले की शिकायत लक्सर एसडीएम गोपाल राम बिनवाल से की गई. एसडीएम गोपाल राम बिनवाल ने लक्सर तहसीलदार चंद्र शेखर वशिष्ट को इस मामले की जांच सौंप दी. जांच रिपोर्ट में सामने आया कि आरोपी ने पालिका प्रशासन के अधिकारियों की मिलीभगत से ₹1,20,000 की रकम डकार ली और ना तो इस धनराशि से मकान बनाया और ना ही यह रकम वापस की.

हालांकि पालिका प्रशासन ने दो बार नोटिस जारी कर आरोपी को रकम वापसी करने के निर्देश दिए, लेकिन आरोपी ने न तो मकान बनाया और ना ही धनराशि वापस की. तहसीलदार ने अपनी जांच रिपोर्ट में साफ तौर से लिखा है कि तत्कालीन पालिका प्रशासन के अधिकारी और आरोपी आवेदनकर्ता ने मिलीभगत कर ₹1,20,000 का गबन किया है और प्रधानमंत्री आवास योजना में साफ तौर से यह गड़बड़ी पाई गई है. अब तहसीलदार ने पालिका प्रशासन को इस मामले में उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया है.
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यह जांच रिपोर्ट एसडीएम द्वारा पालिका प्रशासन को भेज दी गई है. वही शिकायतकर्ता ने पालिका प्रशासन से इस मामले में सख्त कार्रवाई करने की मांग की है. वहीं, मांग पूरी ना होने पर उन्होंने उच्च स्तर पर इस मामले की शिकायत करने की चेतावनी भी दी है.

लक्सर एसडीएम गोपाल राम बिनवाल ने बताया पालिका प्रशासन के अधिकारियों की मिलीभगत से प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत दी जाने वाली धनराशि से गड़बड़ी की गई है. इस संबंध में विस्तृत जांच रिपोर्ट बनाकर पालिका प्रशासन को कार्रवाई के लिए भेज दी गई है. वही लक्सर नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी चंद्रशेखर शर्मा ने कहा कि जांच रिपोर्ट में गड़बड़ी पाई गई है. इस मामले में नियमों के अनुसार सख्त कार्रवाई की जाएगी.

Last Updated : Mar 26, 2023, 8:55 PM IST
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