हरिद्वारः उत्तराखंड में अब इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन के कंपोजिट सिलेंडर (Composite Cylinder) की सुविधा मिलेगी. पतंजलि योगपीठ में स्वामी रामदेव और आचार्य बालकृष्ण ने इस सिलेंडर का शुभारंभ किया. यह सिलेंडर प्लास्टिक में उपलब्ध होगा, जो हल्का होने के साथ ही सुरक्षित भी रहेगा. वहीं, सिलेंडर में गैस का लेवल भी दिखाई देगा. ऐसे में आप आसानी से पता लगा सकेंगे कि गैस कितनी खत्म हुई है.
इंडियन ऑयल मानव संसाधन के निदेशक रंजन कुमार ने बताया कि उत्तराखंड एक पहाड़ी प्रदेश है. यहां महिलाओं के कष्ट को ध्यान में रखकर इस कंपोजिट सिलेंडर को बनाया गया है. जिसका वजन 10 किलो होगा. जो काफी हल्का होता है. इस सिलेंडर को पहाड़ों की महिलाएं आसानी से उठाकर एक जगह से दूसरी जगह ले जा पाएंगी. यह सिलेंडर सुरक्षा के लिहाज से भी उचित है.
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स्वामी रामदेव ने इस कंपोजिट सिलेंडर को देश की महिलाओं को समर्पित किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि यह सिलेंडर इतना हल्का है कि इसे आसानी से घर में इधर-उधर रखा जा सकता है. जिस स्थान पर इसे रखा जाएगा, उस स्थान पर किसी भी प्रकार का कोई दाग-धब्बा भी नहीं पड़ेगा. साथ ही यह कंपोजिट सिलेंडर पारदर्शी भी है, जिससे आसानी से गैस के स्तर को देखा जा सकता है.
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उन्होंने कहा कि इंडियन ऑयल ने उज्ज्वला योजना के माध्यम से 10 करोड़ घरों में गरीब परिवारों में अपनी जगह बनाई है. आज घर की मां-बेटी चूल्हे में खाना नहीं पकाती हैं. इस कार्य की नींव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रखी है. आज इंडियन ऑयल देश की सेवा में लगा हुआ है, जो देश की अर्थव्यवस्था को भी मजबूत करने में अपना सहयोग दे रहा है.
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वहीं, आचार्य बालकृष्ण ने कहा कि इंडियन ऑयल ने महिलाओं की पीड़ा को समझा है. पहाड़ का जीवन बड़ा कठिन होता है. पहाड़ों में महिलाओं को भी सिलेंडर कंधों पर उठाकर चलना पड़ता है. आज इंडियन ऑयल ने समय के साथ खुद को बदला. इस पहल के कारण देश एक कदम और आत्म-निर्भर भारत की दिशा में आगे बढ़ा है.