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आयुर्वेद चिकित्सकों को सर्जरी की अनुमति का विरोध, IMA ने कही ये बात

भारतीय चिकित्सा केंद्रीय परिषद द्वारा अपने चिकित्सकों (आयुर्वेद चिकित्सक) को अनैतिक अनुमति दिए जाना दुर्भाग्यपूर्ण है. ये बात इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) के नगर पदाधिकारियों द्वारा एक प्रेस कॉफ्रेंस में कही.

roorkee
आयुर्वेद चिकित्सकों को सर्जनी की अनुमति का विरोध
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Published : Dec 7, 2020, 8:12 PM IST

Updated : Dec 7, 2020, 10:10 PM IST

रुड़की: शहर के एक होटल में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के नगर पदाधिकारियों द्वारा एक प्रेस कॉफ्रेंस का आयोजन किया गया. जहां बताया गया कि भारतीय चिकित्सा केंद्रीय परिषद द्वारा अपने चिकित्सकों (आयुर्वेद चिकित्सक) को अनैतिक अनुमति दिए जाना दुर्भाग्यपूर्ण है. उनका कहना था कि ऐसी स्थिति में सीधे-सीधे आमजन से खिलवाड़ किया गया है क्योंकि, आयुर्वेद चिकित्सकों के पास सर्जरी की कोई प्रैक्टिस नहीं होती.

आईएमए रुड़की नगर अध्यक्ष डॉ. विकास त्यागी ने प्रेस वार्ता के दौरान पत्रकारों को बताया कि CCIIM द्वारा एक राजपत्रिका अधिसूचना के माध्यम से उन शल्य चिकित्सा क्रियाओं की सूची जारी की है जिन्हें CCIIM के चिकित्सक भी कर सकते हैं, ये बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है.

आयुर्वेद चिकित्सकों को सर्जरी की अनुमति का विरोध.

उन्होंने बताया कि लंबी प्रैक्टिस के बाद एलोपैथिक चिकित्सक अपनी-अपनी फील्ड के मुताबिक, सर्जरी करते हैं लेकिन अब आयुर्वेद चिकित्सकों को तमाम सर्जरी करने की अनुमति दी गई है, जिससे परेशानियां बढ़ने की पूरी आशंका है.

पढ़ें- ऋषिकेश एम्स में पेसमेकर इंप्लांटेशन शुरू, मरीजों को मिलेगा फायदा

डॉ. विकास त्यागी ने बताया कि ऐसे आयुर्वेद को बढ़ावा नहीं मिलेगा बल्कि आयुर्वेद को पतन होगा. उन्होंने साफ तौर पर इस अनुमति का विरोध किया और ऐसे फैसले को वापस लिए जाने की मांग की है. उन्होंने बताया कि यदि जल्द ही कोई डिसीजन नहीं लिया गया तो आगामी 8 दिसम्बर को प्रोटेस्ट किया जाएगा. साथ ही आगे चलकर कार्य बहिष्कार भी किया जा सकता है.

रुड़की: शहर के एक होटल में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के नगर पदाधिकारियों द्वारा एक प्रेस कॉफ्रेंस का आयोजन किया गया. जहां बताया गया कि भारतीय चिकित्सा केंद्रीय परिषद द्वारा अपने चिकित्सकों (आयुर्वेद चिकित्सक) को अनैतिक अनुमति दिए जाना दुर्भाग्यपूर्ण है. उनका कहना था कि ऐसी स्थिति में सीधे-सीधे आमजन से खिलवाड़ किया गया है क्योंकि, आयुर्वेद चिकित्सकों के पास सर्जरी की कोई प्रैक्टिस नहीं होती.

आईएमए रुड़की नगर अध्यक्ष डॉ. विकास त्यागी ने प्रेस वार्ता के दौरान पत्रकारों को बताया कि CCIIM द्वारा एक राजपत्रिका अधिसूचना के माध्यम से उन शल्य चिकित्सा क्रियाओं की सूची जारी की है जिन्हें CCIIM के चिकित्सक भी कर सकते हैं, ये बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है.

आयुर्वेद चिकित्सकों को सर्जरी की अनुमति का विरोध.

उन्होंने बताया कि लंबी प्रैक्टिस के बाद एलोपैथिक चिकित्सक अपनी-अपनी फील्ड के मुताबिक, सर्जरी करते हैं लेकिन अब आयुर्वेद चिकित्सकों को तमाम सर्जरी करने की अनुमति दी गई है, जिससे परेशानियां बढ़ने की पूरी आशंका है.

पढ़ें- ऋषिकेश एम्स में पेसमेकर इंप्लांटेशन शुरू, मरीजों को मिलेगा फायदा

डॉ. विकास त्यागी ने बताया कि ऐसे आयुर्वेद को बढ़ावा नहीं मिलेगा बल्कि आयुर्वेद को पतन होगा. उन्होंने साफ तौर पर इस अनुमति का विरोध किया और ऐसे फैसले को वापस लिए जाने की मांग की है. उन्होंने बताया कि यदि जल्द ही कोई डिसीजन नहीं लिया गया तो आगामी 8 दिसम्बर को प्रोटेस्ट किया जाएगा. साथ ही आगे चलकर कार्य बहिष्कार भी किया जा सकता है.

Last Updated : Dec 7, 2020, 10:10 PM IST
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