हरिद्वार: उत्तराखंड के पर्वतीय इलाकों में बर्फबारी और बारिश होने का सिलसिला जारी है. तीन दिन से लगातार हो रही बारिश का चारधाम यात्रा पर गहरा असर पड़ा है. हरिद्वार में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में भारी गिरावट देखने को मिली है. इस कारण से चारधाम यात्रा पर निर्भर हरिद्वार का ट्रैवल और होटल कारोबार प्रभावित हो रहा है. तीन दिन पहले हरिद्वार में गाड़ियों और होटल में सारी बुकिंग फुल चल रही थी, वहीं अब बुकिंग्स कैंसल होने लगी हैं.
कैंसिल हो रही एडवांस बुकिंग: ट्रैवल कारोबारियों ने बताया कि चारधाम यात्रा की शुरुआत में उनका रोजगार अच्छा चल रहा था. लेकिन बारिश के कारण नई बुकिंग्स नहीं आ रही हैं और पहले से कराई गई बुकिंग्स कैंसल होने लगी हैं. यही हाल होटल कारोबार का भी है. जिन श्रद्धालुओं ने हरिद्वार में होटल बुक कराए थे उनमें से ज्यादातर ने बारिश को देखते हुए बुकिंग्स कैंसल कर दी हैं. गौरतलब है कि हरिद्वार को चारधाम यात्रा का प्रवेश द्वार कहा जाता है लेकिन 3 दिन से लगातार हो रही बारिश से यहां पर श्रद्धालुओं की संख्या में काफी गिरावट देखने को मिल रही है.
यह भी पढ़ें: उत्तराखंड की प्रसिद्ध आदि कैलाश यात्रा शुरू, 19 तीर्थयात्रियों का पहला जत्था रवाना
यात्रियों में है असमंजस की स्थिति: ट्रैवल व्यापारी गिरीश भाटिया का कहना है कि जिस तरह से चारधाम यात्रा में शुरुआत देखने को मिली थी, उससे अंदाजा लगाया जा रहा था कि इस बार सभी यात्रा के रिकॉर्ड टूटेंगे. लेकिन खराब मौसम के कारण अब यात्रियों को गलत मैसेज मिल रहा है. जहां 1 दिन में 10 से 15 गाड़ी रवाना की जा रही थीं, वहीं अब इनकी संख्या बहुत ही घट गई है. आलम यह है कि बुकिंग करवाने से ज्यादा कैंसिल करवाने के लिए क्वेरी आ रही है. वहीं होटल व्यापारी विभास मिश्रा ने बताया कि ज्यादातर यात्री अपनी बुकिंग्स को आगे शिफ्ट कर रहे हैं. कुछ यात्री बुकिंग कैंसिल कर रहे हैं. खराब मौसम के कारण यात्री चारधाम यात्रा में जाने से घबरा रहे हैं. इसी के साथ ही श्रद्धालुओं में असमंजस की स्थिति पैदा हो रखी है.
कुमाऊं में ऑरेंज अलर्ट: हल्द्वानी के कुमाऊं और उत्तराखंड में 5 मई तक भारी बर्फबारी और बारिश की संभावना जताई जा रही है. इसको लेकर मौसम विभाग ने ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. और यात्रियों से सावधानी और सतर्कता बरतने की अपील की गई है. नैनीताल जिले में बारिश का सिलसिला जारी है. जिले में अब तक 4 ग्रामीण सड़कें बारिश के चलते बाधित हो चुकी हैं जिनको खोलने का प्रयास जारी है. फिलहाल बिजली और पेयजल आपूर्ति सामान्य है. नैनीताल जिले के धारी, मुक्तेश्वर में सबसे ज्यादा बारिश हुई है. धारी क्षेत्र में करीब 10 परिवारों को सुरक्षित जगह में शिफ्ट किया गया है. गौला नदी का जलस्तर अभी सामान्य है.
जिलाधिकारी कैंप कार्यालय में जनता दरबार में आम जनता अपनी शिकायतों लेकर पहुंची. वहीं कांग्रेस के पूर्व कैबिनेट मंत्री दुर्गापाल अपनी शिकायत को लेकर जिला अधिकारी धीराज सिंह के दरबार में पहुंचे. कई शिकायतों को लेकर उन्होंने अपनी बात को रखा और कहा कि तत्काल समस्या का समाधान होना चाहिए.