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हरिद्वार: 2021 महाकुंभ में देखने को मिल सकता है मानव-वन्यजीव संघर्ष, जानिए क्या है वजह

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Published : Mar 3, 2020, 1:20 PM IST

कुंभ के दौरान बैरागी कैंप में अखाड़ों की छावनी लगनी हैं. जंगल से सटे होने के कारण यहां आए दिन जंगली हाथी उत्पात मचाते रहते हैं. ऐसे में महाकुंभ 2021 में मानव-वन्यजीव संघर्ष की घटनाओं से इंकार नहीं किया जा सकता.

Human-Wildlife Conflict News
मानव-वन्यजीव संघर्ष

हरिद्वार: धर्मनगरी में लगने वाले 2021 कुंभ में वन्यजीव खतरा बन सकते हैं. कुंभ के दौरान बैरागी कैंप में अखाड़ों की छावनी लगनी हैं. जंगल से सटे होने के कारण यहां आए दिन जंगली हाथी उत्पात मचाते रहते हैं. बीते दो दिनों पहले ही इस क्षेत्र में ही हाथियों ने किसानों की कई हेक्टेयर फसल बर्बाद कर दी है. जिसके बाद से पूरे क्षेत्र में डर का माहौल बना हुआ है. हरिद्वार में बढ़ते मानव-वन्यजीव संघर्ष की घटनाओं से आगामी 2021 कुंभ को लेकर भी सवाल उठने लगे हैं.

मानव-वन्यजीव संघ का बढ़ा खतरा.

स्थानीय निवासी संतराम ने बताया कि बीती रात कुछ हाथी उनके घर के पास आ धमके और घर के चारों ओर लगाई गई दीवार तोड़कर हाथियों ने खेतीबाड़ी को काफी नुकसान पहुंचाया. उन्होंने मामले की शिकायत वन विभाग को की है. साथ ही कहा कि आए दिन क्षेत्र में हाथियों का आवागमन लगा रहता है. जिसके कारण शाम ढलते ही लोग घरों में कैद हो जाते हैं.

वहीं, प्राचीन अवधूत मंडल के महंत स्वामी रूपेंद्र प्रकाश का कहना है कि वन विभाग को कई बार इस संदर्भ में बताया जा चुका है. अखाड़ा परिषद की ओर से मुख्यमंत्री को भी मामले की जानकारी दी गई है. बावजूद इसके वन विभाग के अधिकारी कोई ठोस कदम नहीं उठा रहे हैं. वन विभाग को इस और ध्यान देना चाहिए. ताकि आगामी 2021 में होने वाले कुंभ में कोई दुर्घटना ना हो.

ये भी पढे़ं: चारधाम यात्रा: हेली सेवाओं के लिए किराया दर तय, नौ एविएशन कंपनियों को मिला टेंडर

उपमेला अधिकारी हरबीर सिंह ने बताया कि जिन क्षेत्रों में अक्सर जंगली जानवरों की आवाजाही रहती है. वहां के लिए वन विभाग की ओर से विस्तृत कार्य योजना मिली है. मानव और वन्यजीव संघर्ष को रोकने के लिए रेस्क्यू टीम, अलार्म सिस्टम, रेडियो कॉलर जैसी टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जाएगा.

हरिद्वार: धर्मनगरी में लगने वाले 2021 कुंभ में वन्यजीव खतरा बन सकते हैं. कुंभ के दौरान बैरागी कैंप में अखाड़ों की छावनी लगनी हैं. जंगल से सटे होने के कारण यहां आए दिन जंगली हाथी उत्पात मचाते रहते हैं. बीते दो दिनों पहले ही इस क्षेत्र में ही हाथियों ने किसानों की कई हेक्टेयर फसल बर्बाद कर दी है. जिसके बाद से पूरे क्षेत्र में डर का माहौल बना हुआ है. हरिद्वार में बढ़ते मानव-वन्यजीव संघर्ष की घटनाओं से आगामी 2021 कुंभ को लेकर भी सवाल उठने लगे हैं.

मानव-वन्यजीव संघ का बढ़ा खतरा.

स्थानीय निवासी संतराम ने बताया कि बीती रात कुछ हाथी उनके घर के पास आ धमके और घर के चारों ओर लगाई गई दीवार तोड़कर हाथियों ने खेतीबाड़ी को काफी नुकसान पहुंचाया. उन्होंने मामले की शिकायत वन विभाग को की है. साथ ही कहा कि आए दिन क्षेत्र में हाथियों का आवागमन लगा रहता है. जिसके कारण शाम ढलते ही लोग घरों में कैद हो जाते हैं.

वहीं, प्राचीन अवधूत मंडल के महंत स्वामी रूपेंद्र प्रकाश का कहना है कि वन विभाग को कई बार इस संदर्भ में बताया जा चुका है. अखाड़ा परिषद की ओर से मुख्यमंत्री को भी मामले की जानकारी दी गई है. बावजूद इसके वन विभाग के अधिकारी कोई ठोस कदम नहीं उठा रहे हैं. वन विभाग को इस और ध्यान देना चाहिए. ताकि आगामी 2021 में होने वाले कुंभ में कोई दुर्घटना ना हो.

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उपमेला अधिकारी हरबीर सिंह ने बताया कि जिन क्षेत्रों में अक्सर जंगली जानवरों की आवाजाही रहती है. वहां के लिए वन विभाग की ओर से विस्तृत कार्य योजना मिली है. मानव और वन्यजीव संघर्ष को रोकने के लिए रेस्क्यू टीम, अलार्म सिस्टम, रेडियो कॉलर जैसी टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जाएगा.

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