लक्सर: रमजान का पवित्र महीना शुरू हो गया है. ये महीना मुस्लिम समुदाय के लिये बेहद खास होता है. तीस दिनों तक मुस्लिम समुदाय के लोग रोजा रखते हैं. हालांकि, हरिद्वार जिले के लक्सर में एक ऐसा हिंदू परिवार भी है, जो बीते 26 सालों से रोजा रखता आ रहा है. यही वजह है कि ये परिवार क्षेत्र में हिंदू-मुस्लिम एकता की मिसाल बन गया है.
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लक्सर के बसेडी गांव निवासी रतन लाल बताते हैं कि रमजान के दिनों में जब वो रोजा रखते हैं तो इससे उन्हें बड़ा सुकून महसूस होता है. हालांकि, रोजा रखने के पीछे वो एक कारण भी बताते हैं. रतन लाल के मुताबिक, आज से 26 साल पहले अपनी बेटी की शादी के लिए वो लड़के की तलाश कर रहे थे, लेकिन उन्हें कोई अच्छा रिश्ता नहीं मिल रहा था.
रिश्ते की तलाश में एक दिन रतन लाल मुजफ्फरनगर के एक गांव में गए थे, जहां उनकी मुलाकात मुस्लिम समाज के एक बुर्जुग से हुई. रतन लाल ने बुर्जुग को अपनी परेशानी बताई. बुर्जुग शख्स ने उन्हें सलाह दी कि यदि वो रोजे रखेंगे तो उनकी समस्या का जल्द ही निदान हो जाएगा. उनकी सलाह मानते हुये रतन लाल रमजान के पाक महीने में रोजा रखने लगे और उन्हें बेटी के लिए अच्छा रिश्ता मिला और शादी भी अच्छे ढंग से संपन्न हो गई. तभी से वो रोजा रखते चले आ रहे हैं.
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रतन लाल बताते हैं कि वो साल में दो बार आने वाले नवरात्रों के व्रत भी करते हैं. इसके अलावा वो जन्माष्टमी पर पूरी निष्ठा और श्रद्धा के साथ व्रत करते हैं. उनकी हिंदू-मुस्लिम धर्मों को प्रति पूरी आस्था है. रमजान के दौरान उनके रोजा रखने पर उनके परिजनों को किसी तरह का एतराज नहीं है, बल्कि परिवार के अन्य सदस्य उनकी खाने-पीने से लेकर उनकी हरसंभव मदद करते हैं.