रुड़की: दिल्ली से देहरादून लौटते समय पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने रुड़की में उत्तम चीनी मिल लिब्बरहेडी के गेट के सामने गन्ना मूल्य की वृद्धि को लेकर सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान कांग्रेस विधायक काजी निजामुद्दीन और उनके समर्थक भी हरीश रावत के साथ धरने पर बैठे.
हरीश रावत ने खुद ट्वीट कर इसकी जानकारी. उन्होंने लिखा कि मैं अभी दिल्ली से रुड़की होकर देहरादून के लिए चला हूं. रास्ते में उत्तम शुगर मिल आएगी. किसानों के गन्ने का मूल्य अभी तक घोषित नहीं हुआ है. किसान बेचैन हैं, पहले से ही दु:खी किसान व्यग्रता में और दु:खी हो रहा है. मैं लगातार गन्ना खरीद मूल्य घोषित करने की मांग उठा रहा हूं. सरकार ने कानों में उंगली डाल दी है. मैं प्रतीकात्मक विरोध के लिए थोड़ी देर उत्तम चीनी मिल के गेट पर धरना देना चाहता हूं. यह एकांगी धरना होगा, अकेले मैं बैठूंगा, "जय गन्ना किसान, जय उत्तराखंड".
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हालांकि कांग्रेस विधायक काजी निजामुद्दीन को जैसे ही ये जानकारी मिली वे पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ हरीश रावत का समर्थन करने उत्तम चीनी मिल लिब्बरहेडी पहुंच गए. जहां उन्होंने गन्ना मूल्य की वृद्धि को लेकर सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया.
बता दें कि हरीश रावत सोमवार को दिल्ली में थे. दिल्ली में उन्होंने बीजेपी सरकार में कैबिनेट मंत्री यशपाल और उनके विधायक बेटे सजीव आर्य को कांग्रेस में शामिल कराकर बीजेपी के बड़ा झटका दिया है. हरीश रावत के इस मास्टर स्ट्रोक से बीजेपी पूरी तरह हिल गई है.