हरिद्वार: साल 2021 में कुंभ का आयोजन होना है, जिसके लिए उत्तराखंड सरकार किसी भी तरह की लापरवाही नहीं बरत रही है. हालांकि, कोरोना के कारण कुंभ की क्या रूपरेखा रहेगी अभी यह एक सवाल ही बना हुआ है ? लेकिन कुंभ मेला प्रशासन लगातार तैयारियां करने में जुटा है. लेकिन सबसे बड़ी चिंता यह है कि कुंभ मेला प्रशासन नए कार्यों पर तो ध्यान दे रहा है, मगर इससे पहले हुए कुंभ में निर्माणों पर मेला प्रशासन ध्यान नहीं दे रहा है.
इसका एक उदाहरण हरिद्वार के अलकनंदा घाट के पास बना कुंभ स्तंभ है, जो कि साल 2004 में हुए अर्ध कुंभ में आए विश्व भर के श्रद्धालुओं को नारायण दत्त तिवारी सरकार ने समर्पित किया था, जिसकी अब कोई ना तो देखभाल करने वाला है और न ही कोई उसकी सुध लेने वाला. 2004 में बना यह कुंभ स्तंभ अब अपने दोबारा से पुनरुद्धार होने की आस देख रहा है.
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वहीं, स्थानीय पार्षद अमन गर्ग का कहना है कि आए दिन यहां पर भिखारी आदि बैठे रहते हैं, जिससे यहां पर गंदगी भी होती है, लेकिन प्रशासन इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है.