हरिद्वार: कोरोना वायरस के कारण पूरे देश में लगे लॉकडाउन का असर सभी वर्गों पर पड़ा है. हरिद्वार की बात करें तो यहां के व्यापारियों को अनलॉक-1 से ही दुकान खोलने की छूट के बाद भी अब तक कोई लाभ नहीं हुआ है. दरअसल हरिद्वार का व्यापार पूरी तरह बाहर से आए यात्रियों पर निर्भर करता है. लेकिन अनलॉक के बाद भी लोग कहीं भी आने-जाने से कतरा रहे हैं.
बता दें कि सरकार की गाइडलाइंस के बाद अनलॉक-1 में हरिद्वार में अस्थि विसर्जन की छूट दी गई है. लेकिन उससे हरिद्वार के व्यापारियों को कोई लाभ नहीं हुआ है. व्यापारियों को अब 2021 में होने वाले कुंभ मेले से आस है. हरिद्वार के सभी व्यापारियों की निगाह 2021 में होने वाले कुंभ पर टिकी हुई है. व्यापारियों का मानना है कि 2021 कुंभ हरिद्वार में अगर भव्य रूप से सकुशल संपन्न होता है, तभी हरिद्वार के व्यापारियों की स्थिति सुधरेगी.
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होटल व्यापारी विभास मिश्रा बताते हैं कि लगभग 1 साल पहले से ही हरिद्वार में कुंभ की तैयारी प्रारंभ हो गई थी. जिसके कारण पहले ट्रेन का ट्रैक बनाने के लिए गाड़ियां बंद कर दी गई थीं. उसके तुरंत बाद लॉकडाउन लगते ही अब कांवड़ यात्रा भी स्थगित कर दी गई है. ऐसे में कुंभ मेला 2021 ही एक आस बची है. उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस का असर कुंभ मेले पर पड़ने से हरिद्वार में आर्थिक मंदी का दौर आ सकता है.
वहीं व्यापारी विशाल गर्ग का कहना है की हरिद्वार के व्यापारियों के लिए यह साल बिल्कुल सही नहीं है. शुरू से लेकर अब तक केवल व्यापारी वर्ग कोरोना वायरस के कारण परेशान हुआ है. उन्होंने कहा कि आने वाले कुंभ पर भी संकट के बादल छाए हैं. अगर कुंभ 2021 सूक्ष्म रूप से होता है, तो हरिद्वार में आर्थिक सुनामी आने की संभावनाएं रहेंगी.