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चारधाम यात्रा खोलने की मांग को व्यापारियों का प्रदर्शन, सरकार को एक हफ्ते का दिया अल्टीमेटम

उत्तराखंड में चारधाम यात्रा के संचालन पर अभी तक स्थिति स्पष्ट नहीं हो पाई है. जिससे चारधाम से जुड़े पर्यटन, ट्रैवेल, व्यापारियों का सब्र का बांध टूटता जा रहा है. हरिद्वार में यात्रा से जुड़े लोगों ने प्रदर्शन सरकार को एक हफ्ते का अल्टीमेटम दिया है.

haridwar traders protest
व्यापारियों का प्रदर्शन
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Published : Sep 7, 2021, 10:09 PM IST

Updated : Sep 7, 2021, 10:17 PM IST

हरिद्वारः चारधाम यात्रा शुरू न होने से नाराज व्यापारियों ने गढ़वाल मंडल विकास निगम कार्यालय के बाहर धरना दिया. इस दौरान उन्होंने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की. व्यापारियों का आरोप है सरकार चारधाम यात्रा शुरू करने को लेकर कोर्ट में अपना पक्ष मजबूती से नहीं रख पा रही है. इसलिए कोर्ट से केवल तारीख पर तारीख मिल रही है. यात्रा शुरू न होने से चारधाम से जुड़े सभी छोटे-बड़े कारोबारी भुखमरी की कगार पर आ गए हैं.

व्यापारियों का कहना है कि हरिद्वार का व्यापार पूरी तरह से पर्यटन पर टिका है, जो कोरोनाकाल में लगे लॉकडाउन की वजह से पूरा चौपट हो गया है. ऐसे में बड़े उद्योगपतियों से लेकर छोटे-छोटे व्यापारी तक त्रस्त हैं. जिसके लिए राज्य सरकार को अब आगे आना चाहिए. साथ ही व्यापारियों को इस आर्थिक संकट से उबारने के लिए मदद करनी चाहिए. सबसे पहले चारधाम यात्रा को खोलना चाहिए, जिससे व्यापार पटरी पर आ सके और लोगों की रोजी-रोटी चल सके.

व्यापारियों का प्रदर्शन.

ये भी पढ़ेंः देवस्थानम बोर्डः 13 सितंबर को रुद्रप्रयाग में गरजेंगे तीर्थ पुरोहित, 64 गांवों से मिला समर्थन

वहीं, ट्रैवेल कारोबारियों का कहना है कि 2 सालों से गाड़ियां खड़ी रहने से उनकी बैटरियां तक खराब हो गई है. जिन लोगों ने लोन पर गाड़ियां ली थी, वह लोन की किश्तें नहीं निकाल पा रहे हैं. ऐसे में उनकी गाड़ियां बिकने को तैयार है. ऐसे में इन सभी के सामने रोजी-रोटी का संकट गहराने लगा है. उन्होंने चेतावनी भी दी है यदि एक हफ्ते के भीतर चारधाम यात्रा शुरू नहीं होती तो वो उग्र प्रदर्शन करेंगे.

हरिद्वारः चारधाम यात्रा शुरू न होने से नाराज व्यापारियों ने गढ़वाल मंडल विकास निगम कार्यालय के बाहर धरना दिया. इस दौरान उन्होंने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की. व्यापारियों का आरोप है सरकार चारधाम यात्रा शुरू करने को लेकर कोर्ट में अपना पक्ष मजबूती से नहीं रख पा रही है. इसलिए कोर्ट से केवल तारीख पर तारीख मिल रही है. यात्रा शुरू न होने से चारधाम से जुड़े सभी छोटे-बड़े कारोबारी भुखमरी की कगार पर आ गए हैं.

व्यापारियों का कहना है कि हरिद्वार का व्यापार पूरी तरह से पर्यटन पर टिका है, जो कोरोनाकाल में लगे लॉकडाउन की वजह से पूरा चौपट हो गया है. ऐसे में बड़े उद्योगपतियों से लेकर छोटे-छोटे व्यापारी तक त्रस्त हैं. जिसके लिए राज्य सरकार को अब आगे आना चाहिए. साथ ही व्यापारियों को इस आर्थिक संकट से उबारने के लिए मदद करनी चाहिए. सबसे पहले चारधाम यात्रा को खोलना चाहिए, जिससे व्यापार पटरी पर आ सके और लोगों की रोजी-रोटी चल सके.

व्यापारियों का प्रदर्शन.

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वहीं, ट्रैवेल कारोबारियों का कहना है कि 2 सालों से गाड़ियां खड़ी रहने से उनकी बैटरियां तक खराब हो गई है. जिन लोगों ने लोन पर गाड़ियां ली थी, वह लोन की किश्तें नहीं निकाल पा रहे हैं. ऐसे में उनकी गाड़ियां बिकने को तैयार है. ऐसे में इन सभी के सामने रोजी-रोटी का संकट गहराने लगा है. उन्होंने चेतावनी भी दी है यदि एक हफ्ते के भीतर चारधाम यात्रा शुरू नहीं होती तो वो उग्र प्रदर्शन करेंगे.

Last Updated : Sep 7, 2021, 10:17 PM IST
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