हरिद्वार: कनखल थाने से फरार नेपाली मूल के आरोपी का पुलिस 30 घंटे बाद भी पता नहीं लगा पाई है. वहीं, मामले में हरिद्वार एसएसपी ने दो पुलिसकर्मियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है. निलंबन की कार्रवाई के बाद से कनखल थाने (Kankhal police station) में हड़कंप मचा हुआ है. थाना पुलिस पर अब दबाव है कि वह जल्द से जल्द फरार आरोपी को गिरफ्तार करे.
बता दें कि रविवार रात कनखल थाने की एक पुलिस टीम ने इलाके में गश्त के दौरान शंकर निवासी नेपाल आरोपी को उस समय धर दबोचा था, जब वह क्षेत्र में किसी वारदात को अंजाम देने की नियत से घूम रहा था. पुलिस आरोपी को पकड़ कर कनखल थाने लाई और हवालात में बंद कर दिया. साथ ही आरोपी के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज किया.
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वहीं, सोमवार दोपहर पुलिसकर्मी उसे खाना खिलाने थाने में ही बनी मेस में ले गया, लेकिन इसी दौरान शंकर पुलिस की आंखों में धूल झोंक कर थाने से फरार हो गया. शंकर के फरार होते ही कनखल थाने में हड़कंप मच गया. तमाम आला अधिकारी कनखल थाने पहुंचे और शंकर की तलाश शुरू हुई, लेकिन 30 घंटे बाद भी पुलिस फरार हुए आरोपी को नहीं पकड़ पाई.
एसएसपी हरिद्वार डॉक्टर योगेंद्र सिंह रावत (SSP Haridwar Dr Yogendra Singh Rawat) ने मामले में लापरवाही के दोषी भादू राम वर्मा और उसे खाना खिलाने ले गए फॉलोवर जितेंद्र पंत को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर कर दिया. फरार आरोपी को पकड़ने के लिए पुलिस की दो टीमों को लगाया गया है. पुलिस सभी संभावित स्थानों पर आरोपी की तलाश कर रही है. बड़ी बात यह है कि पकड़े गए इस आरोपी की न तो पुलिस के पास कोई फोटो है और ना ही उसका कोई स्थाई या अस्थाई पता.