हरिद्वार: उत्तराखंड में बीजेपी को मिले प्रचंड बहुमत के बाद अब सूबे के मुख्यमंत्री को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म है. ऐसे में फिलहाल उत्तराखंड का मुख्यमंत्री कौन बनेगा फैसला होली के बाद ही लिया जाएगा, लेकिन मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर हर कोई अपनी-अपनी राय दे रहा है. हरिद्वार के संतों ने भी मुख्यमंत्री को लेकर अपने-अपने विचार रखे हैं. कुछ संतों ने पुष्कर सिंह धामी को दोबारा मुख्यमंत्री बनाने की मांग रखी है. कुच संतों ने बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक को मुख्यमंत्री बनाने की मांग की है.
राज्य में नये मुख्यमंत्री के सवाल पर शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती के शिष्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने कहा मुख्यमंत्री किसे बनाया जाए, यह पार्टी का अपना विषय है. उन्होंने कहा जब पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में उत्तराखंड में भारतीय जनता पार्टी जीती है, तो केवल उनकी हार मात्र से उन्हें रिजेक्ट करना सही नहीं होगा. उनके हार जाने का सीधा मतलब यह है कि उन्होंने पूरे प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनाने में मेहनत की है. इसलिए वह अपनी विधानसभा पर ध्यान नहीं दे पाए. पुष्कर सिंह धामी ऊर्जावान युवा हैं. पार्टी को चाहिए कि उन्हें एक बार फिर मौका दे.
वहीं, शंकराचार्य परिषद के सह संस्थापक स्वामी आनंद स्वरूप का कहना है कि राज्य को हमेशा से ही ठाकुर मुख्यमंत्री मिलता रहा है. अब ब्राह्मण मुख्यमंत्री को भी मौका देना चाहिए, जिसमें मदन कौशिक का पूरा अधिकार है. हालांकि, पुष्कर सिंह धामी ने भी मुख्यमंत्री पद पर रहते हुए अच्छा कार्य किया है लेकिन अब जब हार गए हैं, तो पहला हक मदन कौशिक का ही बनता है. स्वामी लोकेश दास ने भी पुष्कर सिंह धामी को समर्थन देते हुए कहा कि पुष्कर सिंह धामी ने अपने छोटे से कार्यकाल में काफी कार्य किए हैं जिसके लिए उन्हें एक मौका अवश्य मिलना चाहिए.
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बता दें, गौरतलब है कि 10 मार्च 2022 को आए उत्तराखंड विधानसभा चुनाव परिणाम में बीजेपी को बंपर मैंडेट मिला है. बीजेपी ने उत्तराखंड की 70 में से 47 सीटों पर जीत हासिल की है. बीजेपी की मुख्य प्रतिद्वंदी पार्टी कांग्रेस को सिर्फ 19 सीटें मिली हैं. हालांकि बीजेपी के लिए ये झटके की बात रही कि मुख्यमंत्री पद के दावेदार पुष्कर सिंह धामी खटीमा से चुनाव हार गए. कार्यकारी मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि जल्द ही नव निर्वाचित विधायक मंडल दल की बैठक बुलाई जाएगी. बैठक में विधायक अपने नेता का चुनाव करेंगे.