हरिद्वार: धोखाधड़ी कर बैंक खाते से पांच लाख रुपए निकालने के मामले का आज शनिवार 3 जून को पुलिस ने खुलासा कर दिया है. इस कांड में बैंक कर्मी भी शामिल था, जिसे पुलिस ने उसके दो साथियों के साथ गिरफ्तार किया है. मामला हरिद्वार के कनखल थाना क्षेत्र के उत्तराखंड ग्रामीण बैंक से जुड़ा हुआ है.
पुलिस ने बताया कि कनखल क्षेत्र में जमालपुर कला गांव के रहने वाले रतन सिंह ने बीती एक जून को इस मामले में तहरीर दी थी. रतन सिंह ने पुलिस को बताया था कि उसका उत्तराखंड ग्रामीण बैंक में खाता है, जिसमें से किसी अज्ञात व्यक्ति ने 25 अप्रैल को 5 लाख रुपए निकाल लिए. हालांकि जब उसने इस बारे में बैंक से संपर्क किया तो वहां के कर्मचारी ने विड्राल फार्म दिखाया, जिस पर रतन सिंह से साइन हो रखे थे.
पढ़ें- दून पुलिस ने गैंगस्टर अतीक अहमद के घर पर चलाया बुलडोजर, नगर निगम की जमीन पर कब्जा कर बनाया था मकान
पुलिस ने मामले की जांच शुरू की और बैंक में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली तो बैंक कर्मी सन्नी की संदिग्धता सामने आई. बैंक कर्मी सन्नी ने धाताधारक रतन सिंह के फर्जी साइन कर उसके खाते से पांच लाख रुपए निकाले थे. पुलिस ने दो जून को मुखबीर की सूचना पर सन्नी को शमशान घाटपुल बैरागी से गिरफ्तार किया. इसके बाद पुलिस ने सन्नी के दो अन्य साथियों मोनू व रविंद्र को देव बिहार जगजीतपुर से पकड़ा.
आरोपियों के कब्जे से पुलिस ने करीब चार लाख रुपए बरामद किए है. पूछताछ में पता चला कि तीनों ने ही मिलकर ये प्लान बनाया था. सन्नी में दो लाख रुपए मोनू और एक लाख रुपए रविंद्र को दे दिए थे. बाकी के दो लाख सन्नी के अपने पास रख लिए थे. सन्नी और मोनू हरिद्वार जिले की रहने वाले है, जबकि रविंद्र यूपी के सहारनपुर जिले का रहने वाला है.