लक्सरः फर्जी नौकरी प्रमाण पत्र बांटने वाले गैंग के सरगना मास्टरमाइंड अजय नौटियाल को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. इससे पहले पुलिस 4 आरोपियों को सलाखों के पीछे भेज चुकी है. आरोपी अजय नौटियाल पर पुलिस 500 हजार रुपए के इनाम रखा था. अब पुलिस ने आरोपी अजय नौटियाल को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया है.
गौर हो कि बीती 23 दिसंबर 2022 को लक्सर कोतवाली पुलिस ने टिक्कमपुर गांव में एक गिरोह का पर्दाफाश किया था. गिरोह की ओर से बीते कई सालों से सेना और पुलिस की भर्ती में बेरोजगारों को नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी की जा रही थी. इस मामले में कोतवाली पुलिस ने टिक्कमपुर गांव निवासी विजय नौटियाल, उसकी बहन रेनू नौटियाल और नितिन के अलावा पथरी थाना क्षेत्र के धारीवाला गांव निवासी सिद्धार्थ को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था, लेकिन इस मामले में गिरोह का सरगना और मास्टरमाइंड अजय नौटियाल पुलिस को तभी से चकमा देकर फरार चल रहा था.
इतना ही नहीं पुलिस की गिरफ्तारी से बचने के लिए मास्टरमाइंड अजय नौटियाल स्टे लेने के लिए नैनीताल हाईकोर्ट भी चला गया था, लेकिन वहां से उसकी याचिका खारिज कर दी गई थी. बाद में उसने हाईकोर्ट से अग्रिम जमानत मांगी, लेकिन उसे भी हाईकोर्ट ने निरस्त कर दिया. जिसके बाद कोतवाली पुलिस एसीजेएम कोर्ट से गिरफ्तारी वारंट लेकर उसकी तलाश कर रही थी.
कोतवाली प्रभारी निरीक्षक अमरजीत सिंह ने बताया कि पुलिस की स्पेशल टीम ने आरोपी अजय नौटियाल को हरिद्वार के रोशनाबाद में छापेमारी कर दबोचा है. आरोपी की निशानदेही पर दो फर्जी नियुक्ति पत्र, 14 फर्जी मार्कशीट और 3 फर्जी एफिडेविट भी बरामद किए गए हैं. वहीं, कोतवाली प्रभारी निरीक्षक अमरजीत सिंह ने गिरोह के मास्टरमाइंड को पकड़ने पर पूरी टीम की पीठ थपथपाई है.
ये भी पढ़ेंः सरकारी टीचर बनाने के नाम पर महिला से ठगे ₹13 लाख, 60 साल के बुजुर्ग की करतूत