हरिद्वार: ज्वालापुर क्षेत्र में हिंदूवादी संगठन देवभूमि भैरव सेना (Hinduist organization Devbhoomi Bhairav Sena) ने एक मीट कारोबारी पर प्रतिबंधित क्षेत्र में मांस बेचने का आरोप (Meat trader accused of selling banned meat) लगाते हुए जमकर हंगामा किया. सूचना पर पहुंची कोतवाली ज्वालापुर पुलिस (Kotwali Jwalapur Police) ने मामले को शांत कराया. हालांकि, नगर निगम हरिद्वार ने मीट कारोबारी का चालान कर दिया है.
पुलिस ने जानकारी दी कि, देवभूमि भैरव सेना के जिलाध्यक्ष चरणजीत पाहवा ने उन्हें फोन पर सूचना दी कि उन लोगों ने एक व्यक्ति को प्रतिबंधित मांस के साथ पकड़ा है. सूचना पर जब पुलिस पहुंची तो पता चला कि पकड़ा गया व्यक्ति मीट कारोबारी है और उसकी भेल सेक्टर 1 में मीट की दुकान है. उसे मीट ले जाते वक्त हिंदूवादी नेता रास्ते से उठाकर ज्वालापुर क्षेत्र ले आए और जमकर हंगामा किया.
देवभूमि भैरव सेना के जिलाध्यक्ष चरणजीत बाबा का कहना है कि हाईकोर्ट का आदेश है कि ज्वालापुर क्षेत्र में जानवर को काटा नहीं जा सकता. ज्वालापुर क्षेत्र में किसी भी व्यक्ति के पास जानवर काटने का कोई लाइसेंस नहीं है. हरिद्वार एक धर्मनगरी है और यहां पर धर्म की अवहेलना की जा रही है.
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उन्होंने कहा कि, न तो उन्हें किसी के खाने-पीने से ऐतराज है और न ही किसी के रोजगार से लेना-देना है. उनकी सिर्फ यह मांग है कि मीट की दुकानें आबादी क्षेत्र से बाहर एकांत स्थान में स्थापित हों. उन्होंने चेतावनी दी कि यदि 15 दिन के भीतर इन अवैध मीट की दुकानों को नहीं हटाया गया तो, वह नगर निगम कार्यालय में घुसकर आत्मदाह कर लेंगे.
वहीं, पकड़े गए मांस को सहायक नगर आयुक्त (एसएनए) के हवाले कर दिया गया है. नगर निगम एसएनए श्याम सुंदर ने बताया कि मीट कारोबारी से मांस पकड़े जाने के बाद उसका ₹5000 का चालान कर दिया गया है.