हरिद्वार: सड़कों पर घूम रहे आवारा पशुओं ने लोगों का जीना मुहाल किया हुआ है. आए दिन इन पशुओं की वजह से कई हादसे हो रहे हैं, लेकिन नगर निगम कोई ध्यान नहीं दे रहा है. जिसकी वजह से लोगों में आक्रोश देखा जा रहा है. वहीं, नगर निगम के अधिकारी संसाधनों की कमी का रोना रो रहे हैं.
आवारा पशुओं ने हरिद्वार के तमाम क्षेत्रों में लोगों का सड़कों पर चलना दुश्वार किया हुआ है. आए दिन इन आवारा पशुओं की वजह से हादसे हो रहे हैं, लेकिन नगर निगम कुंभकर्णी नींद सोया हुआ है. स्थानीय लोगों का कहना है कि सड़कों पर आवारा पशुओं के घूमने से काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है और इन आवारा पशुओं की वजह से कई एक्सीडेंट भी हो चुके हैं.
लोगों का कहना है कि आवारा पशुओं की वजह से हमें काफी संभल कर चलना पड़ता है. दिन हो या रात आवारा पशुओं की वजह से काफी परेशान हैं. पशुओं की वजह से छोटी सड़कों में जाम की स्थिति भी उत्पन्न हो जाती है. नगर निगम को संस्थाओं के साथ मिलकर इन आवारा पशुओं को सड़कों पर आने से रोकना चाहिए. 2021 में कुंभ मेला होने वाला है और इसमें लाखों की संख्या में भीड़ हरिद्वार आएगी, इसलिए आवारा पशुओं पर नगर निगम को ध्यान देना चाहिए.
सह नगर आयुक्त तनवीर सिंह मरवाह का कहना है कि नगर निगम द्वारा आवारा पशुओं की रोकथाम के लिए एक अभियान शुरू किया गया है. हमारे द्वारा आवारा पशुओं को रोकने के लिए अपील भी की गई है. शहर भर में जिसके भी आवारा पशु है, उनको सड़कों पर आने से रोके नहीं तो 10 दिन के बाद उनका चालान किया जाएगा.
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सह नगर आयुक्त ने कहा कि हमारे द्वारा सूअरों को शहरों में आने से रोकने के लिए ठेका दिया गया है. जिससे उनको शहर से बाहर छोड़ा जा सके. गाय को सड़कों पर घूमने से रोकने के लिए एक आश्रम से हमारी वार्ता हुई है. वहां पर उनकी व्यवस्था की जाएगी. क्योंकि अभी कांजी हाउस का कार्य पूरा नहीं हो सका है, जब वह बन जाएगा तो आवारा पशुओं को वहां शिफ्ट किया जाएगा.
तनवीर सिंह मरवाह ने कहा कि इस मामले में जिलाधिकारी से भी अनुरोध किया गया है. हमको डॉक्टर की सुविधा दी जाए, जिस से घायल पशुओं का इलाज किया जाए. क्योंकि अब कुंभ आने वाला है तो साफ सफाई की व्यवस्था भी करनी पड़ेगी. रात में घूम रहे आवारा पशुओं पर हम कॉलर रिफ्लेक्टर लगाने की व्यवस्था भी कर रहे हैं. ताकि पशु हादसों का शिकार न बने. जब तक इन आवारा पशुओं का कोई स्थायी समाधान नहीं मिलता है. तब तक उनकी सुरक्षा के लिए रिफ्लेक्टर लगाने की व्यवस्था की जा रही है.