हरिद्वार: अखाड़ों की धर्म ध्वजा की स्थापना होने के साथ ही कुंभ की विधिवत शुरुआत हो गई है. वहीं रविवार को हरिद्वार कुंभ मेला प्रशासन ने कुंभ का लोगो भी जारी कर दिया है. ऐसे में कुभ मेले पुलिस की जिम्मेदारी ओर अधिक बढ़ गई है. यहीं कारण है कि पुलिस ने कुंभ के लिए अपनी कमर कस ली है. अखाड़ों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए अखाड़ों में सीओ स्तर के अधिकारी लगाए गए है, जो सभी संतों, महात्माओं और वीआईपी से संपर्क रख उनकी सुरक्षा में रहेंगे.
कुंभ की तारीख जैसे-जैसे नजतीक आ रही है, वैसे ही कुंभ पुलिस और प्रशासन तैयारियों को अंतिम रूप देने में लगा हुआ है. कुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए पुलिस ने हाईटेक उपकरणों का इस्तेमाल किया है. ताकि किसी भी अप्रिय घटना को होने से रोका जा सके है. साथ ही हाईटेक उपकरणों के जरिए असामाजिक तत्वों के साथ उन लोगों पर नजर रखी जा सके जो कुंभ मेले का माहौल खराब करने की कोशिश करते हैं.
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कुंभ मेला आईजी संजय गुंज्याल ने बताया कि 11 मार्च को महाशिवरात्रि के शाही स्नान को लेकर उनकी संतों के साथ बैठक हो गई है. सुरक्षा की दृष्टि से इस बार कुम्भ में परंपरागत पुलिसिंग के साथ साथ आधुनिक तकनीक का सहारा भी लिया जाएगा. क्योंकि पिछले सालों के मुकाबले अब आधुनिकरण काफी अधिक हो गया है. जिसको देखते पुलिस ने अपनी तैयारियां की है. कुंभ पुलिस इस बार हाईटेक टेक्नोलॉजी अपनाने जा रही है. जिससे की आसमान से लेकर जमीन तक कुंभ पुलिस मेला क्षेत्र में घूम रहे असामाजिक तत्वों पर नजर रख सकेगी. सुरक्षा और सर्विलांस के लिहाज से सीसीटीवी कैमरे काफी अहम भूमिका निभाते हैं. सलिए कुंभ पुलिस ने कुंभ मेला क्षेत्र में लगे पुराने कैमरों के साथ करीब 1200 प्राइवेट सीसीटीवी कैमरों को चयनित कर रही है, ताकि आवश्यकता पड़ने पर सभी का उपयोग किया जा सके.