हरिद्वार: कोरोना की दूसरी तहर ने उत्तराखंड में तबाही मचाई है. कोरोना की दूसरी लहर अभी खत्म ही नहीं हुई की कोरोना की तीसरी लहर के संकेत मिलने लगे हैं. जिसके बाद हरिद्वार जिला प्रशासन ने कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के लिए तैयारियां की जा रही है. हरिद्वार जिलाधिकारी सी रविशंकर ने बताया कि कोरोना वायरस की तीसरी लहर को देखते हुए राज्य सरकार द्वारा लगातार समीक्षा की जा रही है.
उन्होंने कहा कि कोरोना की तीसरी लहर के लिए विशेष तौर पर बच्चों के डॉक्टर को गाइडलाइन के अनुसार ट्रेनिंग दी जा रही है. बच्चों के लिए आईसीयू और दवाइयों की आपूर्ति की जा रही है. डॉक्टर के अनुसार कोविड उन बच्चों में ज्यादा असर दिखा सकता है, जो बच्चे कुपोषण का शिकार होते हैं. उन्होंने कहा कि ऐसी स्थिति के लिए जिला प्रशासन की तरफ से कुपोषित बच्चों की माताओं का वैक्सीनेशन जल्द से जल्द कराने के प्रयास किए जा रहे हैं.
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वहीं हरिद्वार सीएमओ एसके झा ने बताया कि कोरोना की तीसरी लहर 1 से 18 वर्ष के बच्चों के लिए खतरनाक हो सकता है. जिसके लिए हरिद्वार जिला प्रशासन अपनी तरफ से पूरी तैयारियां कर रहा है. उन्होंने कहा कि हरिद्वार जिला अस्पताल में बच्चों के 6 डॉक्टर और प्राइवेट 23 डॉक्टर हैं, जिनको कोरोना संक्रमण के इलाज की ट्रेनिंग दी जा रही है. उन्होंने बताया कि बच्चों के 25 बेड रुड़की और 22 बेड हरिद्वार में तैयार किए जा रहे हैं जिनमें आईसीयू बेड सम्मिलित हैं.