ETV Bharat / state

ऑनलाइन ठगी मामले में साइबर सेल ने कसा शिकंजा, दो पीड़ितों के पैसे कराए वापस

ऑनलाइन ठगी के मामले में साइबर सेल ने कार्रवाई करते हुए दो शिकायतकर्ता के खाते से निकाले गए पैसों को वापस कराया. बता दें कि हरिद्वार निवासी डॉ प्रकृति कौल के खाते से ₹10 हजार और विपिन चंद्र नेगी के खाते से ₹19,998 रुपए साइबर ठगों ने निकाल लिया था, जो उनके खाते में वापस करा लिए गए हैं.

haridwar Cyber cell returned money of complainants
ऑनलाइन ठगी मामले में साइबर सेल ने कसा शिकंजा
author img

By

Published : May 25, 2022, 8:37 PM IST

हरिद्वार: धर्मनगरी में ऑनलाइन साइबर ठगी के मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है. हाल ही में साइबर ठगों ने एक महिला चिकित्सक और कंपनी के कर्मचारी के खाते से करीब ₹30 हजार रुपये उड़ा लिए थे. शिकायत पर साइबर सेल मामले की जांच में जुट गई थी. बुधवार को साइबर सेल ने खाते से निकाले गए पैसों को वापस खाताधारक के अकाउंट में वापस करवा दिया.

बता दें कि बीचएचईएल सेक्टर 3 निवासी डॉ. प्रकृति कौल से साइबर ठगों ने ऑनलाइन ठगी करके उनके खाते से ₹10 हजार रुपये निकाल लिए थे. कौल ने पुलिस को मामले में तहरीर दी कि अज्ञात नंबर से उन्हें कॉल आया था. कॉल करन वाले ने खुद को कौल का ड्राइवर बताया. उसने डॉ. कौल से कहा कि उसका पैसे बैंक अकाउंट में किसी कारण जमा नहीं हो पा रहा है. इसलिए वह वो धनराशि अपने अकाउंट में रिसीव कर लें. जिसकी बातों में आकर डॉ. कौल ने साइबर ठग द्वारा भेजे गए पे रिक्वेस्ट को स्वीकार कर लिया. जिसके बाद साइबर ठग ने यूपीआई के माध्यम से डॉ. कौल के बैंक खाते से ₹10,000 निकाल लिया.

ये भी पढ़ें: ऋषिकेश: पशुलोक बैराज से SDRF ने एक और शव किया बरामद, 24 मई को डूबे थे तीन युवक

वहीं, दूसरे मामले में हरिद्वार निवासी विपिन चंद्र पुजारी ने साइबर सेल को तहरीर में बताया कि एक व्यक्ति ने उसे कॉल कर खुद को आर्मी में काम करने वाला उसका दोस्त बताया. जिसके बाद साइबर ठग ने उसके बैंक अकाउंट में धनराशि को जमा करने के लिए पे रिक्वेस्ट भेजा. जिसके झांसे में आकर विपिन ने पे रिक्वेस्ट एक्सेपट कर लिया. जिसके बाद उसके बैंक अकाउंट से ₹19,998 रुपया कट गया.

दोनों ही मामलों में साइबर सेल ने त्वरित कार्रवाई करते हुए शिकायतकर्ताओं के खाते से काटे गए धनराशि का लेन-देन का विवरण प्राप्त किया. विवरण में पता चला कि शिकायतकर्ता की धनराशि का प्रयोग होगा ऑनलाइन रम्मी गेम खेलने के लिए किया गया है. जिस पर साइबर सेल ने अग्रिम कार्रवाई करते हुए तत्काल संबंधित कंपनी के नोडल अधिकारी से पत्राचार किया और जिस अकाउंट में धनराशि को क्रेडिट किया गया था, उस धनराशि को तत्काल होल्ड करवाया. इस प्रकार शिकायतकर्ताओं का पैसा उनके बैंक खातों में वापस कराया गया.

हरिद्वार: धर्मनगरी में ऑनलाइन साइबर ठगी के मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है. हाल ही में साइबर ठगों ने एक महिला चिकित्सक और कंपनी के कर्मचारी के खाते से करीब ₹30 हजार रुपये उड़ा लिए थे. शिकायत पर साइबर सेल मामले की जांच में जुट गई थी. बुधवार को साइबर सेल ने खाते से निकाले गए पैसों को वापस खाताधारक के अकाउंट में वापस करवा दिया.

बता दें कि बीचएचईएल सेक्टर 3 निवासी डॉ. प्रकृति कौल से साइबर ठगों ने ऑनलाइन ठगी करके उनके खाते से ₹10 हजार रुपये निकाल लिए थे. कौल ने पुलिस को मामले में तहरीर दी कि अज्ञात नंबर से उन्हें कॉल आया था. कॉल करन वाले ने खुद को कौल का ड्राइवर बताया. उसने डॉ. कौल से कहा कि उसका पैसे बैंक अकाउंट में किसी कारण जमा नहीं हो पा रहा है. इसलिए वह वो धनराशि अपने अकाउंट में रिसीव कर लें. जिसकी बातों में आकर डॉ. कौल ने साइबर ठग द्वारा भेजे गए पे रिक्वेस्ट को स्वीकार कर लिया. जिसके बाद साइबर ठग ने यूपीआई के माध्यम से डॉ. कौल के बैंक खाते से ₹10,000 निकाल लिया.

ये भी पढ़ें: ऋषिकेश: पशुलोक बैराज से SDRF ने एक और शव किया बरामद, 24 मई को डूबे थे तीन युवक

वहीं, दूसरे मामले में हरिद्वार निवासी विपिन चंद्र पुजारी ने साइबर सेल को तहरीर में बताया कि एक व्यक्ति ने उसे कॉल कर खुद को आर्मी में काम करने वाला उसका दोस्त बताया. जिसके बाद साइबर ठग ने उसके बैंक अकाउंट में धनराशि को जमा करने के लिए पे रिक्वेस्ट भेजा. जिसके झांसे में आकर विपिन ने पे रिक्वेस्ट एक्सेपट कर लिया. जिसके बाद उसके बैंक अकाउंट से ₹19,998 रुपया कट गया.

दोनों ही मामलों में साइबर सेल ने त्वरित कार्रवाई करते हुए शिकायतकर्ताओं के खाते से काटे गए धनराशि का लेन-देन का विवरण प्राप्त किया. विवरण में पता चला कि शिकायतकर्ता की धनराशि का प्रयोग होगा ऑनलाइन रम्मी गेम खेलने के लिए किया गया है. जिस पर साइबर सेल ने अग्रिम कार्रवाई करते हुए तत्काल संबंधित कंपनी के नोडल अधिकारी से पत्राचार किया और जिस अकाउंट में धनराशि को क्रेडिट किया गया था, उस धनराशि को तत्काल होल्ड करवाया. इस प्रकार शिकायतकर्ताओं का पैसा उनके बैंक खातों में वापस कराया गया.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.