हरिद्वार: भारत-चीन सीमा पर शहीद हुए भारत के 20 जांबाज सिपाहियों की याद में अधिवक्ताओं ने दो मिनट का मौन रखा. साथ ही इस दुख की घड़ी में उनके परिवार के लिए ईश्वर से प्रार्थना की. इस दौरान भविष्य में चीन से किसी भी प्रकार का कोई भी सामान न खरीदने का भी प्रण लिया गया.
शुक्रवार को भगवानपुर तहसील में अधिवक्ताओं ने एकत्रित होकर चीन सीमा पर शहीद हुए भारत के 20 जांबाज सिपाहियों को श्रद्धांजलि अर्पित की और दो मिनट का मौन रखकर उनकी आत्मा की शांति की प्रार्थना की. अधिवक्ताओं ने एक हस्ताक्षर अभियान भी चलाया, जिसमें शपथ ली गई कि कोई भी अधिवक्ता चीन से निर्मित सामान नहीं खरीदेगा.
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इस अभियान के दौरान समाजसेवी और अन्य कई राजनैतिक दलों के लोगों ने भी हिस्सा लिया. सभी लोगों ने एक सुर में कहा कि देश के लिए सर्वोच्च बलिदान देने वाले सिपाही हमारी आन-बान और शान हैं. हम शपथ लेते हैं कि कभी जीवन में चीनी सामान का प्रयोग नहीं करेंगे.