हरिद्वारः ज्ञान गोदड़ी विवाद को लेकर ऑल इंडिया सिख कॉन्फ्रेंस का प्रदर्शन पुलिस की तत्परता के चलते टल गया. ऑल इंडिया सिख कॉन्फ्रेंस से जुड़े लोग गुरु चरण सिंह बब्बर के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश के सहारनपुर से उत्तराखंड के बॉर्डर के रास्ते होते हुए हरिद्वार स्थित हरकी पैड़ी पर जाना चाहते थे. मगर उत्तराखंड पुलिस ने जत्थे को उत्तर प्रदेश-उत्तराखंड के भगवानपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत काली नदी चैक पोस्ट पर ही रोक लिया. इस बीच दोनों पक्षों में हल्की फुल्की झड़प भी हुई लेकिन पुलिस ने समझा-बुझाकर जत्थे को वापस दिल्ली भेज दिया.
दरअसल, ऑल इंडिया सिख कॉन्फ्रेंस का दावा करता है कि हरिद्वार हरकी पैड़ी पर ज्ञान गोदड़ी का गुरुद्वारा था, जिस पर लगभग कई सौ साल पहले कब्जा कर लिया गया. वहां पर उसके बाद स्काउट गाइड का दफ्तर बना दिया गया. वहां पर स्काउट गाइड के दफ्तर को तोड़कर गुरुद्वारे के पुनः निर्माण के लिए ऑल इंडिया सिख कांफ्रेंस के बैनर तले लोग हर साल हरकी पैड़ी पर पहुंचने का प्रयास करते हैं ताकि जत्थे के लोगों द्वारा वहां जाकर प्रदर्शन करें.
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मगर इस बार पुलिस की तत्परता के चलते इस जत्थे को यूपी-उत्तराखंड बॉर्डर पर ही रोक लिया गया. जहां से इनको वापस दिल्ली भेज दिया गया. आज जत्थे में 25 से 30 लोग शामिल थे, जो करीब 6 चार पहिया वाहनों में शामिल थे. गुरुचरण सिंह का कहना है कि सिख समाज के लोगों को आगे बढ़कर हरकी पैड़ी पर ज्ञान गोदड़ी के गुरुद्वारे के लिए प्रयास करना चाहिए, ताकि फिर से वहां पर गुरुद्वारे का निर्माण किया जा सके.
मौके पर मौजूद सीओ चंदन सिंह बिष्ठ ने बताया कि आज जत्थे के लोगों के आने को लेकर सुबह से ही सुरक्षा के मद्देनजर काली नदी और मंडावर पुलिस चैक पोस्ट पर पर्याप्त संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया था. जत्थे के पहुंचने के बाद गुरुचरण सिंह से वार्ता की गई और उनको बॉर्डर से वापस लौट जाने को कहा गया. काफी देर की जद्दोजहद के बाद जत्थे को वापस दिल्ली के लिए भेज दिया गया है.