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राजकीय प्राथमिक विद्यालय में बच्चों की कमी, विभाग ने स्कूल में लगाया ताला

असगरपुर गांव में मानक के अनुसार प्राथमिक स्कूल में कम से कम दस बच्चे होने चाहिए. लेकिन असगरपुर स्कूल में तीन साल से बच्चों की संख्या इससे कम है. जिसके बाद गांव के राजकीय प्राथमिक विद्यालय को शिक्षा विभाग ने बंद करने का निर्णय लिया है.

राजकीय प्राथमिक विद्यालय में बच्चों की कमी
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Published : Aug 10, 2019, 12:11 AM IST

लक्सर: क्षेत्र स्थित एक गांव के राजकीय प्राथमिक विद्यालय को शिक्षा विभाग ने बंद करने का निर्णय लिया है. जिसका कारण बच्चों की संख्या में कमी बताई जा रही है. जिसके बाद इस साल स्कूल में मौजूद सभी चार छात्रों का विभाग ने एक किलोमीटर दूर गोवर्धनपुर के सरकारी स्कूल में नामांकन करा दिया है.

बता दें कि असगरपुर गांव में मानक के अनुसार प्राथमिक स्कूल में कम से कम दस बच्चे होने चाहिए. लेकिन असगरपुर स्कूल में तीन साल से बच्चों की संख्या इससे कम है. पिछले साल यहां कुल सात बच्चे थे. जबकि इससे पिछले साल इस स्कूल में आठ बच्चे पढ़ रहे थे. लेकिन इस साल छात्र संख्या महज चार रह गई थी. जिस कारण शिक्षा विभाग ने स्कूल बंद करने का निर्णय लिया है. इस निर्णय के बाद विभाग ने स्कूल में पंजीकृत सभी 4 बच्चों का नामांकन एक किलोमीटर दूर राजकीय प्राथमिक स्कूल गोवर्धनपुर करा दिया है.

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उप शिक्षाधिकारी दीप्ति यादव ने बताया कि असगरपुर स्कूल में छात्र संख्या बढ़ाने के लिए प्रयास किए गए थे. लेकिन बच्चों की संख्या नहीं बढ़ पाई. जिस कारण स्कूल का संचालन बंद किया गया. लिहाजा स्कूल में तैनात दो में से एक शिक्षक मदन सिंह को व्यवस्था के तहत राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय कान्हावाली भेजा दिया गया है. वहीं दूसरी शिक्षक एकता रानी का भी समायोजन के तहत स्थानांतरण करने की प्रक्रिया चल रही है.

वहीं जब जीरो ग्राउंड पर जाकर गांव के बच्चों के परिजनों से बात की गई तो उन्होने बताया कि गांव में स्कूल बन्द होने से हमारे बच्चों को पास के दूसरे गांव में करीब डेढ़ किलोमीटर दूर जाना पड़ता है. जिस कारण बच्चों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. उप जिला अधिकारी पूरन सिंह ने बताया कि इस तरह का मामला उनके संज्ञान में नहीं है. जल्द ही संबंधित विभाग को भेजकर जांच कर उचित कार्रवाई की जाएगी.

लक्सर: क्षेत्र स्थित एक गांव के राजकीय प्राथमिक विद्यालय को शिक्षा विभाग ने बंद करने का निर्णय लिया है. जिसका कारण बच्चों की संख्या में कमी बताई जा रही है. जिसके बाद इस साल स्कूल में मौजूद सभी चार छात्रों का विभाग ने एक किलोमीटर दूर गोवर्धनपुर के सरकारी स्कूल में नामांकन करा दिया है.

बता दें कि असगरपुर गांव में मानक के अनुसार प्राथमिक स्कूल में कम से कम दस बच्चे होने चाहिए. लेकिन असगरपुर स्कूल में तीन साल से बच्चों की संख्या इससे कम है. पिछले साल यहां कुल सात बच्चे थे. जबकि इससे पिछले साल इस स्कूल में आठ बच्चे पढ़ रहे थे. लेकिन इस साल छात्र संख्या महज चार रह गई थी. जिस कारण शिक्षा विभाग ने स्कूल बंद करने का निर्णय लिया है. इस निर्णय के बाद विभाग ने स्कूल में पंजीकृत सभी 4 बच्चों का नामांकन एक किलोमीटर दूर राजकीय प्राथमिक स्कूल गोवर्धनपुर करा दिया है.

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उप शिक्षाधिकारी दीप्ति यादव ने बताया कि असगरपुर स्कूल में छात्र संख्या बढ़ाने के लिए प्रयास किए गए थे. लेकिन बच्चों की संख्या नहीं बढ़ पाई. जिस कारण स्कूल का संचालन बंद किया गया. लिहाजा स्कूल में तैनात दो में से एक शिक्षक मदन सिंह को व्यवस्था के तहत राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय कान्हावाली भेजा दिया गया है. वहीं दूसरी शिक्षक एकता रानी का भी समायोजन के तहत स्थानांतरण करने की प्रक्रिया चल रही है.

वहीं जब जीरो ग्राउंड पर जाकर गांव के बच्चों के परिजनों से बात की गई तो उन्होने बताया कि गांव में स्कूल बन्द होने से हमारे बच्चों को पास के दूसरे गांव में करीब डेढ़ किलोमीटर दूर जाना पड़ता है. जिस कारण बच्चों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. उप जिला अधिकारी पूरन सिंह ने बताया कि इस तरह का मामला उनके संज्ञान में नहीं है. जल्द ही संबंधित विभाग को भेजकर जांच कर उचित कार्रवाई की जाएगी.

Intro:लक्सर सरकारी स्कूल बंद

लक्सर तहसील के ब्लॉक खानपुर के असगरपुर में स्थित राजकीय प्राथमिक विद्यालय को शिक्षा विभाग ने बंद करने का निर्णय लिया है। कई वर्षों से यहां दस से भी कम छात्र संख्या को इसकी वजह बताई गई है। इस साल स्कूल में मौजूद सभी चार छात्रों का विभाग ने एक किलोमीटर दूर गोवर्धनपुर के सरकारी स्कूल में नामांकन करा दिया है।
Body:
बता दे असगरपुर गांव में मानक के मुताबिक प्राथमिक स्कूल में कम से कम दस बच्चे होने चाहिए। परंतु असगरपुर स्कूल में तीन साल से बच्चों की संख्या इससे कम है। पिछले साल यहां कुल सात बच्चे थे। जबकि इससे पिछले वर्ष इस स्कूल में आठ बच्चे पढ़ रहे थे। इस साल छात्र संख्या महज चार रह गई थी। इसीलिए शिक्षा विभाग ने स्कूल बंद करने का निर्णय लिया है। निर्णय के बाद विभाग ने स्कूल में पंजीकृत सभी 4 बच्चों का नामांकन आधा किलोमीटर दूर राजकीय प्राथमिक स्कूल गोवर्धनपुर करा दिया है। उप शिक्षाधिकारी दीप्ति यादव ने बताया कि असगरपुर स्कूल में छात्र संख्या बढ़ाने के लिए प्रयास किए गए थे। पर बच्चों की संख्या नहीं बढ़ पाई। इसी कारण स्कूल का संचालन बंद किया जा रहा है। बताया कि फिलहाल स्कूल में छात्र संख्या शून्य है।
लिहाजा स्कूल में तैनात दो में से एक शिक्षक मदन सिंह को व्यवस्था के तहत राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय कान्हावाली भेजा गया है। दूसरी शिक्षक एकता रानी का भी समायोजन के तहत स्थानांतरण करने की प्रक्रिया चल रही है--
वही जब जीरो ग्राउंड पर जाकर गांव के बच्चों के परिजनों से बात की तो उन्होने बताया की गांव में स्कूल बन्द होने से हमारे बच्चों को पास के दूसरे गांव में करीब डेढ़ किलोमीटर दूर जाना पड़ता हैओर बच्चों को सुबह स्कूल में छोड़कर आना होता है छुटी के बाद बच्चों को लेकर आना होता है जिससे हमें भी काफी समस्या होती है हम अपने घर व खेती भी में समय पर काम नही कर पाते हैं
Conclusion:
इस मामले को लेकर जब हमने लक्सर उप जिला अधिकारी पूरन सिंह से बात की तो उन्होंने बताया कि इस तरह का मामला सज्ञान में नही है सम्बन्धित विभाग को भेज कर जांच कर उचित कार्यवाही करेंगे

Byet--माटू अभिभावक

Byet-- प्रदीप अभिभावक

Byte-- ऋतिक ग्रामीण

Byet-- पूरन सिंह राणा एसडीएम लक्सर
रिपोर्टर कृष्णकांत शर्मा लक्सर
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