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उत्तराखंड बोर्ड परीक्षा में RSS के विद्यालयों का रहा शानदार प्रदर्शन, देखिए Etv भारत की ये खास रिपोर्ट - हरिद्वार न्यूज

उत्तराखंड बोर्ड परीक्षा में इस बार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा संचालित विद्यालयों ने शानदार सफलता हासिल की है.10 वीं और 12वीं की परीक्षा में प्रथम स्थान पर रहे दोनों छात्र संघ संचालित स्कूलों के छात्र हैं.

उत्तराखंड बोर्ड परीक्षा
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Published : May 30, 2019, 11:44 PM IST

हरिद्वारः उत्तराखंड बोर्ड के रिजल्ट आ चुके हैं. इस बार रिजल्ट में एक बड़ी ही दिलचस्प बात देखने को मिली है. इस बार देखा गया है कि संघ द्वारा संचालित स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों ने टॉप किया है. साथ ही पूरे विद्यालय का परिणाम अच्छा आया है.

बोर्ड परीक्षा में RSS के विद्यालयों ने शानदार सफलता अर्जित की.

देखा जाए तो कहीं ना कहीं पिछले वर्षों में भी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा संचालित विद्यालयों का परिणाम अच्छा आता रहा है. इस वर्ष उत्तराखंड बोर्ड हाईस्कूल में देहरादून की अनंता सकलानी ने 99% अंक प्राप्त कर प्रदेश में प्रथम स्थान हासिल किया है, वहीं 12वीं में उत्तरकाशी की शताक्षी तिवारी ने 98 प्रतिशत अंक लाकर प्रदेश की श्रेष्ठता सूची में सर्वोच्च स्थान प्राप्त किया है.

दोनों ही टॉपर सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज के विद्यार्थी हैं, जो कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा संचालित विद्यालय है. यही नहीं 10वीं और 12वीं दोनों ही में उत्तराखंड में दूसरा स्थान प्राप्त करने वाले अर्पित बर्तवाल (98.60) और सक्षम (97.80) भी सरस्वती विद्या मंदिर के ही विद्यार्थी हैं. इस वर्ष के टॉपर्स की लिस्ट देखी जाए तो ज्यादातर विद्यार्थी जो टॉप 25 में शामिल हैं वह आरएसएस द्वारा संचालित विद्यालयों के विद्यार्थी हैं.

ईटीवी भारत की टीम ने जब इस विषय में सरस्वती विद्या मंदिर के प्रधानाचार्य एवं शिक्षकों से बात की तो बड़ी दिलचस्प बात निकल कर सामने आयी. पता चला कि इन विद्यालयों में केवल किताबी ज्ञान पर ध्यान नहीं दिया जाता बल्कि विद्यार्थी के सर्वांगीण विकास हेतु उसके संस्कार पक्ष को मजबूत करने पर विशेष ध्यान दिया जाता है.

यह भी पढ़ेंः कुपोषण पर सरकार की पहल, आंगनबाड़ी में बच्चों को मिलेगा विटामिन युक्त दूध

इसके साथ ही विद्यार्थी पर केवल स्कूल के समय में ही पढ़ाई हेतु शिक्षक ध्यान नहीं देते बल्कि उसके 24 घंटे के दिनचर्या पर विशेष नजर बनाए रखते हैं. छात्रों के विद्यालय के जीवन के साथ ही उनके घर परिवार की स्थिति पर भी ध्यान दिया जाता है जिससे विद्यार्थी का चहुमुंखी विकास हो सके.

इसके साथ ही विद्यार्थी के अभिभावकों के साथ भी विद्यालय सामंजस्य बनाकर रखता है, जिससे विद्यार्थी की हर समस्या सुलझाकर उसे केवल शिक्षा की ओर प्रेरित किया जा सके.

इसके साथ ही विद्यार्थियों को विद्यालय में विशेष एक्स्ट्रा क्लास भी मुहैया कराई जाती है जो कि पूर्ण रूप से निशुल्क होती है. जिसमें विद्यार्थी अपने कमजोर विषय का अध्ययन स्कूल के बाद ज्यादा समय दे कर कर सकते हैं.

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा संचालित विद्यालयों का लक्ष्य केवल अच्छे अंक लाने वाले विद्यार्थी तैयार करना नहीं बल्कि समाज और राष्ट्र के लिए अच्छे नागरिक तैयार करना है जो कि अपने आप में विद्यार्थियों के जीवन को सफलता की ओर अग्रसर करने में मुख्य भूमिका निभाता है.

हरिद्वारः उत्तराखंड बोर्ड के रिजल्ट आ चुके हैं. इस बार रिजल्ट में एक बड़ी ही दिलचस्प बात देखने को मिली है. इस बार देखा गया है कि संघ द्वारा संचालित स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों ने टॉप किया है. साथ ही पूरे विद्यालय का परिणाम अच्छा आया है.

बोर्ड परीक्षा में RSS के विद्यालयों ने शानदार सफलता अर्जित की.

देखा जाए तो कहीं ना कहीं पिछले वर्षों में भी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा संचालित विद्यालयों का परिणाम अच्छा आता रहा है. इस वर्ष उत्तराखंड बोर्ड हाईस्कूल में देहरादून की अनंता सकलानी ने 99% अंक प्राप्त कर प्रदेश में प्रथम स्थान हासिल किया है, वहीं 12वीं में उत्तरकाशी की शताक्षी तिवारी ने 98 प्रतिशत अंक लाकर प्रदेश की श्रेष्ठता सूची में सर्वोच्च स्थान प्राप्त किया है.

दोनों ही टॉपर सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज के विद्यार्थी हैं, जो कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा संचालित विद्यालय है. यही नहीं 10वीं और 12वीं दोनों ही में उत्तराखंड में दूसरा स्थान प्राप्त करने वाले अर्पित बर्तवाल (98.60) और सक्षम (97.80) भी सरस्वती विद्या मंदिर के ही विद्यार्थी हैं. इस वर्ष के टॉपर्स की लिस्ट देखी जाए तो ज्यादातर विद्यार्थी जो टॉप 25 में शामिल हैं वह आरएसएस द्वारा संचालित विद्यालयों के विद्यार्थी हैं.

ईटीवी भारत की टीम ने जब इस विषय में सरस्वती विद्या मंदिर के प्रधानाचार्य एवं शिक्षकों से बात की तो बड़ी दिलचस्प बात निकल कर सामने आयी. पता चला कि इन विद्यालयों में केवल किताबी ज्ञान पर ध्यान नहीं दिया जाता बल्कि विद्यार्थी के सर्वांगीण विकास हेतु उसके संस्कार पक्ष को मजबूत करने पर विशेष ध्यान दिया जाता है.

यह भी पढ़ेंः कुपोषण पर सरकार की पहल, आंगनबाड़ी में बच्चों को मिलेगा विटामिन युक्त दूध

इसके साथ ही विद्यार्थी पर केवल स्कूल के समय में ही पढ़ाई हेतु शिक्षक ध्यान नहीं देते बल्कि उसके 24 घंटे के दिनचर्या पर विशेष नजर बनाए रखते हैं. छात्रों के विद्यालय के जीवन के साथ ही उनके घर परिवार की स्थिति पर भी ध्यान दिया जाता है जिससे विद्यार्थी का चहुमुंखी विकास हो सके.

इसके साथ ही विद्यार्थी के अभिभावकों के साथ भी विद्यालय सामंजस्य बनाकर रखता है, जिससे विद्यार्थी की हर समस्या सुलझाकर उसे केवल शिक्षा की ओर प्रेरित किया जा सके.

इसके साथ ही विद्यार्थियों को विद्यालय में विशेष एक्स्ट्रा क्लास भी मुहैया कराई जाती है जो कि पूर्ण रूप से निशुल्क होती है. जिसमें विद्यार्थी अपने कमजोर विषय का अध्ययन स्कूल के बाद ज्यादा समय दे कर कर सकते हैं.

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा संचालित विद्यालयों का लक्ष्य केवल अच्छे अंक लाने वाले विद्यार्थी तैयार करना नहीं बल्कि समाज और राष्ट्र के लिए अच्छे नागरिक तैयार करना है जो कि अपने आप में विद्यार्थियों के जीवन को सफलता की ओर अग्रसर करने में मुख्य भूमिका निभाता है.

Intro:एंकर- उत्तराखंड बोर्ड के रिजल्ट आ चुके हैं, लेकिन इस बार रिजल्ट में एक बड़ी ही दिलचस्प बात देखने को मिल रही है, इस बार देखा गया है कि संघ द्वारा संचालित स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों ने टॉप किया है साथ ही पूरे विद्यालय का परिणाम अच्छा आया है, देखा जाए तो कहीं ना कहीं पिछले वर्षों में भी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा संचालित विद्यालयों का परिणाम अच्छा आता रहा है। ऐसे में ईटीवी भारत में क्या जानने का प्रयास किया कि आखिर भारतीय स्वयंसेवक संघ द्वारा संचालित विद्यालय किस तरीके से दूसरे आम एवं सरकारी स्कूलों से अलग है।


Body:VO- इस वर्ष उत्तराखंड बोर्ड में दसवीं हाई स्कूल में देहरादून की अनंता सकलानी ने 99% अंक प्राप्त कर प्रदेश में प्रथम स्थान हासिल किया है, वहीं कक्षा 12वीं में उत्तरकाशी की शताक्षी तिवारी ने 98 प्रतिशत अंक लाकर प्रदेश की श्रेष्ठता सूची में सर्वोच्च स्थान प्राप्त किया है। दोनों ही टॉपर सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज कि विद्यार्थी है जो कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा संचालित विद्यालय हैं, यही नहीं 10वीं और 12वीं दोनों ही कक्षाओं में उत्तराखंड में दूसरा स्थान प्राप्त करने वाले अर्पित बर्तवाल (98.60) और सक्षम (97.80) भी सरस्वती विद्या मंदिर के ही विद्यार्थी हैं। इस वर्ष के टॉपर्स के लिस्ट देखी जाए तो ज्यादातर विद्यार्थी जो टॉप 25 में शामिल है वह आर एस एस द्वारा संचालित विद्यालयों के विद्यार्थी हैं। ईटीवी भारत में जब इस विषय में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा संचालित विद्यालय सरस्वती विद्या मंदिर के प्रधानाचार्य एवं शिक्षकों से बात की तो बड़ी दिलचस्प बात निकल कर सामने आयी। पता चला कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा संचालित विद्यालयों में केवल किताबी ज्ञान पर ध्यान नहीं दिया जाता बल्कि विद्यार्थी के सर्वांगीण विकास हेतु उसके संस्कार पक्ष को मजबूत करने पर विशेष ध्यान दिया जाता है। इसके साथ ही विद्यार्थी पर केवल स्कूल के समय में ही पढ़ाई हेतु शिक्षक ध्यान नहीं देते बल्कि उसके 24 घंटे के दिनचर्या पर विशेष नजर बनाए रखते हैं। विद्यार्थियों के विद्यालय के जीवन के साथ ही उनके घर परिवार की स्थिति पर भी ध्यान दिया जाता है जिससे विद्यार्थी का चहुमुखी विकास हो सके। इसके साथ ही विद्यार्थी के अभिभावकों के साथ भी विद्यालय सामंजस्य बनाकर रखता है जिससे विद्यार्थी की हर समस्या सुलझा कर उसे केवल शिक्षा की ओर प्रेरित किया जा सके। इसके साथ ही विद्यार्थियों को विद्यालय में विशेष एक्स्ट्रा क्लास भी मुहैया कराई जाती है जो कि पूर्ण रूप से निशुल्क होती है जिसमें विद्यार्थी अपने कमजोर विषय का अध्ययन स्कूल के बाद ज्यादा समय दे कर कर सकते हैं जिससे विद्यार्थियों को विशेष लाभ मिलता है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा संचालित विद्यालयों का लक्ष्य केवल अच्छे अंक लाने वाले विद्यार्थी तैयार करना नहीं बल्कि समाज और राष्ट्र के लिए अच्छे नागरिक तैयार करना है जो कि अपने आप पर विद्यार्थियों के जीवन को सफलता की ओर अग्रसर करने में मुख्य भूमिका निभाता है।


Conclusion:बाइट- अजय सिंह, उप प्रधानाचार्य, सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज हरिद्वार

बाइट - मनोज जोशी, शिक्षक

बाइट- शीला देवी, शिक्षिका
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