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लक्सर : गौरक्षक बलिदान दिवस के दिन याद किया गया गौरक्षकों का बलिदान - गौरक्षक बलिदान दिवस लक्सर न्यूज

लक्सर में गौरक्षक बलिदान दिवस मनाया गया. गौरक्षा करते हुए बलिदान हुए गौ रक्षकों को श्रद्धांजलि देने और उनकी शहादत को याद करने के लिए गौरक्षक बलिदान दिवस मनाया जाता है.

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गौरक्षक बलिदान दिवस.
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Published : Feb 8, 2020, 11:44 PM IST

लक्सर : कटारपुर गांव में प्रति वर्ष की तरह इस साल भी 8 फरवरी को गौरक्षक बलिदान दिवस मनाया गया. मौके पर सांसद प्रतिनिधि धमेंद्र चौहान ने कहा की गतवर्ष गौ रक्षक बलिदान दिवस पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत कटारपुर गांव में आए थे और उन्होंने कटारपुर गांव को गौ तीर्थ घोषित किया था.

गौरक्षक बलिदान दिवस

उन्होंने कहा कि प्रतिवर्ष गौरक्षा बलिदान दिवस कटारपुर में मनाया जाता है. इस बार हम 100वां गौरक्षक बलिदान दिवस मना रहे हैं. बता दें कि 8 फरवरी 1918 को गौरक्षा करते हुए बलिदान हुए गौरक्षकों को श्रद्धांजलि देने और उनकी शहादत को याद करने के लिए गौरक्षक बलिदान दिवस मनाया जाता है.

यह भी पढ़ें-एलटी भट्ट राजकीय अस्पताल में CMS की कुर्सी पर रार, रिलीविंग पर फसा पेंच

8 फरवरी 1918 को कटारपुर में गौरक्षा करते हुए 135 गौ रक्षकों को काला पानी की सजा और 4 गौ रक्षकों को फांसी की सजा दी गई थी. गौ रक्षकों के इस बलिदान को 8 फरवरी के दिन बलिदान दिवस के रूप में मनाया जाता है.

लक्सर : कटारपुर गांव में प्रति वर्ष की तरह इस साल भी 8 फरवरी को गौरक्षक बलिदान दिवस मनाया गया. मौके पर सांसद प्रतिनिधि धमेंद्र चौहान ने कहा की गतवर्ष गौ रक्षक बलिदान दिवस पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत कटारपुर गांव में आए थे और उन्होंने कटारपुर गांव को गौ तीर्थ घोषित किया था.

गौरक्षक बलिदान दिवस

उन्होंने कहा कि प्रतिवर्ष गौरक्षा बलिदान दिवस कटारपुर में मनाया जाता है. इस बार हम 100वां गौरक्षक बलिदान दिवस मना रहे हैं. बता दें कि 8 फरवरी 1918 को गौरक्षा करते हुए बलिदान हुए गौरक्षकों को श्रद्धांजलि देने और उनकी शहादत को याद करने के लिए गौरक्षक बलिदान दिवस मनाया जाता है.

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8 फरवरी 1918 को कटारपुर में गौरक्षा करते हुए 135 गौ रक्षकों को काला पानी की सजा और 4 गौ रक्षकों को फांसी की सजा दी गई थी. गौ रक्षकों के इस बलिदान को 8 फरवरी के दिन बलिदान दिवस के रूप में मनाया जाता है.

Intro:लोकेशन::--लक्सर उत्तराखंड

संवाददाता:: कृष्णकांत शर्मा लक्सर

स्लग::-- गोरक्षक दिवस

एंकर::-- लक्सर के गांव कटारपुर में प्रति वर्ष की भांति इस वर्ष भी 8 फरवरी 2020 को गौरक्षक बलिदान दिवस मनाया गया बलिदान दिवस 8 फरवरी 1918 को गौरक्षा करते हुए बलिदान हुए गौ रक्षकों को श्रद्धांजलि देने व उनकी शहादत को याद करने के लिए मनाया जाता है।

Body:

वीओ::--आपको बता दें कि 8 फरवरी 1918 को कटारपुर में गौ रक्षा करते हुए 135 गौ रक्षकों को काला पानी की सजा व 4 गौ रक्षकों को फांसी की सजा दी गई थी गौ रक्षकों इसस बलिदान को 8 फरवरी के दिन बलिदान दिवस के रूप में मनाया जाता है ।

बाइट::--सचिन चौहान शहिद का पौत्र

Conclusion:

वीओ 2::--सांसद प्रतिनिधि धमेंद्र चौहान ने कहा की गतवर्ष गौ रक्षक बलिदान दिवस पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत कटारपुर गांव में आए थे और उन्होंने कटारपुर गांव को गौतीर्थ घोषित किया था। उन्होंने कहा कि प्रतिवर्ष गौरक्षा बलिदान दिवस कटारपुर में मनाया जाता है इस बार हम 100 वा गौरक्षक बलिदान दिवस मना रहे है।

बाइट::--धर्मेंद्र चौहान सांसद प्रतिनिधि
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