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मूसलाधार बारिश से रौद्र रूप में गंगा, हरिद्वार में खतरे के निशान के पार, ऋषिकेश में भी सैलाब

पहाड़ों पर हो रही मूसलाधार बरसात के चलते अब मैदानी इलाकों में भी गंगा ने अपना रौद्र रूप दिखाना शुरू कर दिया है. इस बार सीजन में पहली बार 2 घंटे के भीतर दो बार गंगा खतरे के निशान को पार कर चुकी है. प्रशासन द्वारा गंगा के किनारे रहने वाले लोगों से गंगा किनारे ना जाने की अपील की जा रही है.

Haridwar Flood
हरिद्वार बाढ़
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Published : Aug 20, 2022, 2:06 PM IST

Updated : Aug 20, 2022, 4:30 PM IST

हरिद्वार: उत्तराखंड में भारी बारिश (Uttarakhand heavy rain) से नदी नाले उफान पर बह रहे हैं. पहाड़ों पर हो रही मूसलाधार बरसात के चलते अब मैदानी इलाकों में भी गंगा ने अपना रौद्र रूप दिखाना शुरू कर दिया है. इस बार सीजन में पहली बार 2 घंटे के भीतर दो बार गंगा खतरे के निशान को पार कर चुकी (Ganga water level increased) है. गंगा के बढ़ते जल स्तर के कारण हरिद्वार से आगे के गंगा किनारे के इलाकों में अलर्ट जारी कर दिया गया है. गंगा के किनारे रहने वाले लोगों से गंगा किनारे ना जाने की अपील की जा रही है.

बता दें कि शुक्रवार रात से ही हरिद्वार में मूसलाधार बरसात (Haridwar heavy rain) हो रही है, जिसके चलते हरिद्वार के तमाम उन इलाकों में जलभराव हो गया है जहां पर पूर्व में भी पानी भरता आया है. चाहे भगत सिंह चौक हो या फिर ज्वालापुर का कटहरा बाजार चौक बाजार चौहान मोहल्ला या फिर कनखल के बाजार जगह जगह जलभराव के कारण लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. वहीं दूसरी ओर पहाड़ों पर हो रही मूसलाधार बरसात का असर हरिद्वार और उसके आगे के मैदानी इलाकों पर भी पड़ना शुरू हो गया है. इस बार के बरसाती सीजन में पहली बार गंगा ने 2 घंटे के भीतर खतरे के निशान को पार किया है. जिसने सिंचाई विभाग (Uttarakhand Irrigation Department) के साथ जिला प्रशासन (Haridwar District Administration) की भी चिंता बढ़ा दी है. हालांकि सुबह 8 बजे गंगा का जलस्तर 294.5 मीटर दर्ज किया गया जो 9 बजे घटकर 293.95 मीटर आ गया.

मूसलाधार बारिश से रौद्र रूप में गंगा.
पढ़ें-बादल फटने के बाद बुलडोजर पर आपदाग्रस्त क्षेत्र पहुंचे CM धामी, सेना से भी मदद ले सकती है सरकार

गंगा के लगातार बढ़ते वह घटते जलस्तर को देखते हुए उत्तराखंड सिंचाई विभाग जिला प्रशासन को इसकी सूचना लगातार दे रहा है. जिसके बाद जिलाधिकारी हरिद्वार विनय शंकर पांडे ने गंगा पट्टी में स्थित तमाम बाढ़ चौकियों को अलर्ट कर दिया है. साथ ही सख्त निर्देश दिए हैं कि किसी को भी गंगा के किनारे जाने की अनुमति न दी जाए. क्योंकि गंगा कभी भी मैदानी इलाकों में विकराल रूप धारण कर तबाही मचा सकती है. एसडीओ कैनाल एसके कौशिक ने बताया कि हरिद्वार में गंगा नदी के जलस्तर में थोड़ी कमी आयी है, लेकिन अभी भी गंगा खतरे के निशान से काफी ऊपर बह रही है, जो कभी भी मैदानी इलाकों में रहने वाले लोगों को नुकसान पहुंचा सकती है. हमारी पूरी नजर गंगा के वाटर लेवल पर बनी हुई है. हमारी सभी टीम भीमगोड़ा बैराज पर लगातार मुस्तैद हैं. पल पल की जानकारी प्रशासन व पुलिस के साथ साझा की जा रही है ताकि किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहा जा सके.
पढ़ें-माल देवता में बादल फटने वाली जगह पहुंचा ईटीवी भारत, ग्राउंड जीरो का हाल देखिए

हरिद्वार में यह रहा गंगा का जलस्तर-
5 बजे 294.10 मीटर
6 बजे 293.70 मीटर
7 बजे 294 मीटर
8 बजे 294.05 मीटर
9 बजे 293.95 मीटर
अधिकतम 294.10 गया है जलस्तर
293 चेतावनी
294 खतरे का निशान

ऋषिकेश में ये रहा गंगा का जलस्तर:
सुबह 11:00बजे
स्थान- त्रिवेणी घाट ऋषिकेश
जल स्तर -339.25 मीटर
चेतावनी स्तर- 339.50 मीटर

हरिद्वार: उत्तराखंड में भारी बारिश (Uttarakhand heavy rain) से नदी नाले उफान पर बह रहे हैं. पहाड़ों पर हो रही मूसलाधार बरसात के चलते अब मैदानी इलाकों में भी गंगा ने अपना रौद्र रूप दिखाना शुरू कर दिया है. इस बार सीजन में पहली बार 2 घंटे के भीतर दो बार गंगा खतरे के निशान को पार कर चुकी (Ganga water level increased) है. गंगा के बढ़ते जल स्तर के कारण हरिद्वार से आगे के गंगा किनारे के इलाकों में अलर्ट जारी कर दिया गया है. गंगा के किनारे रहने वाले लोगों से गंगा किनारे ना जाने की अपील की जा रही है.

बता दें कि शुक्रवार रात से ही हरिद्वार में मूसलाधार बरसात (Haridwar heavy rain) हो रही है, जिसके चलते हरिद्वार के तमाम उन इलाकों में जलभराव हो गया है जहां पर पूर्व में भी पानी भरता आया है. चाहे भगत सिंह चौक हो या फिर ज्वालापुर का कटहरा बाजार चौक बाजार चौहान मोहल्ला या फिर कनखल के बाजार जगह जगह जलभराव के कारण लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. वहीं दूसरी ओर पहाड़ों पर हो रही मूसलाधार बरसात का असर हरिद्वार और उसके आगे के मैदानी इलाकों पर भी पड़ना शुरू हो गया है. इस बार के बरसाती सीजन में पहली बार गंगा ने 2 घंटे के भीतर खतरे के निशान को पार किया है. जिसने सिंचाई विभाग (Uttarakhand Irrigation Department) के साथ जिला प्रशासन (Haridwar District Administration) की भी चिंता बढ़ा दी है. हालांकि सुबह 8 बजे गंगा का जलस्तर 294.5 मीटर दर्ज किया गया जो 9 बजे घटकर 293.95 मीटर आ गया.

मूसलाधार बारिश से रौद्र रूप में गंगा.
पढ़ें-बादल फटने के बाद बुलडोजर पर आपदाग्रस्त क्षेत्र पहुंचे CM धामी, सेना से भी मदद ले सकती है सरकार

गंगा के लगातार बढ़ते वह घटते जलस्तर को देखते हुए उत्तराखंड सिंचाई विभाग जिला प्रशासन को इसकी सूचना लगातार दे रहा है. जिसके बाद जिलाधिकारी हरिद्वार विनय शंकर पांडे ने गंगा पट्टी में स्थित तमाम बाढ़ चौकियों को अलर्ट कर दिया है. साथ ही सख्त निर्देश दिए हैं कि किसी को भी गंगा के किनारे जाने की अनुमति न दी जाए. क्योंकि गंगा कभी भी मैदानी इलाकों में विकराल रूप धारण कर तबाही मचा सकती है. एसडीओ कैनाल एसके कौशिक ने बताया कि हरिद्वार में गंगा नदी के जलस्तर में थोड़ी कमी आयी है, लेकिन अभी भी गंगा खतरे के निशान से काफी ऊपर बह रही है, जो कभी भी मैदानी इलाकों में रहने वाले लोगों को नुकसान पहुंचा सकती है. हमारी पूरी नजर गंगा के वाटर लेवल पर बनी हुई है. हमारी सभी टीम भीमगोड़ा बैराज पर लगातार मुस्तैद हैं. पल पल की जानकारी प्रशासन व पुलिस के साथ साझा की जा रही है ताकि किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहा जा सके.
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हरिद्वार में यह रहा गंगा का जलस्तर-
5 बजे 294.10 मीटर
6 बजे 293.70 मीटर
7 बजे 294 मीटर
8 बजे 294.05 मीटर
9 बजे 293.95 मीटर
अधिकतम 294.10 गया है जलस्तर
293 चेतावनी
294 खतरे का निशान

ऋषिकेश में ये रहा गंगा का जलस्तर:
सुबह 11:00बजे
स्थान- त्रिवेणी घाट ऋषिकेश
जल स्तर -339.25 मीटर
चेतावनी स्तर- 339.50 मीटर

Last Updated : Aug 20, 2022, 4:30 PM IST
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