देहरादून: उत्तराखंड में कोरोना का कहर अभी भी जारी है. जहां शासन-प्रशासन बाहरी लोगों को प्रदेश में कोविड-19 आरटीपीसीआर टेस्ट की नेगेटिव रिपोर्ट (negative report of covid-19 RT-PCR test) दिखाने के बाद प्रवेश दे रहा है, वहीं कुछ लोग आरटीपीसीआर टेस्ट फर्जी रिपोर्ट दिखाकर राज्य में प्रवेश कर रहे हैं.
इसी कड़ी में देहरादून जनपद में बुधवार देर शाम पर्यटक स्थलों (tourist places) में घुमने आए 4 पर्यटकों को पुलिस ने आशारोड़ी चेकपोस्ट पर चेकिंग के दौरान फर्जी नेगेटिव रिपोर्ट के साथ अलग-अलग दो वाहनों से गिरफ्तार किया है. पुलिस ने चारों के खिलाफ फर्जी दस्तावेज बनाने और महामारी के तहत मुकदमा दर्ज किया है.
दरअसल, पुलिस आशारोड़ी चेकपोस्ट पर बाहर से आने वाले लोगों की आरटीपीसीआर रिपोर्ट और अन्य दस्तावेज चेक कर रही थी. इसी दौरान गाजियाबाद से आई एक कार की चेकिंग के दौरान पुलिस को उसकी कोरोना जांच रिपोर्ट पर शक हुआ. पुलिस द्वारा जब आरटीपीसीआर रिपोर्ट की बारीकी से जांच की गई तो पता चला कि रिपोर्ट फर्जी है. इस शख्स के पास से ऐसी ही 9 फर्जी रिपोर्ट्स और मिलीं. इनमें से कुछ रिपोर्ट उसके परिवार के सदस्यों की थी जो उसके साथ आए थे. बाकी फर्जी रिपोर्ट किसकी हैं, इस संबंध में पुलिस द्वारा आरोपी से पूछताछ की जा रही है.
उसके बाद पीछे से आ रही दूसरी गाड़ी की चेकिंग में भी आरटीपीसीआर रिपोर्ट फेक निकली. इस कार में तीन लोग सवार थे. यह सभी पर्यटक मसूरी घूमने आ रहे थे.
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थाना क्लेमेंट टाउन प्रभारी धर्मेंद्र रौतेला ने बताया कि आशारोड़ी चेकपोस्ट पर पुलिस ने चार पर्यटक तरुण मित्तल (निवासी 167 सेक्टर 06 चिरंजीव विहार जिला गाजियाबाद), अमित गुप्ता (केएम कविनगर, थाना कवि नगर गाजियाबाद), अमित कौशिक (निवासी 126 एफ ब्लॉक नेहरूनगर, थाना नेहरूनगर गाजियाबाद), सुजीत कामत (निवासी झिडकी पोस्ट बनगावा थाना लोकही जिला मधुबनी बिहार) के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया है.
बता दें कि, उत्तराखंड में प्रवेश के लिए भारी राज्यों के पर्यटकों के पास 72 घंटे पहले की कोरोना निगेटिव जांच रिपोर्ट होना जरूरी है.