लक्सर: हरिद्वार जिले में बीते दिनों बाढ़ ने जमकर कहर बरपाया था. सबसे ज्यादा नुकसान हरिद्वार जिले के लक्सर और खानपुर क्षेत्र में हुआ था. यहां किसानों की खेतों में तैयार खड़ी फसल बाढ़ के पानी से बर्बाद हो गई थी. ऐसे में किसानों के सामने अगली फसल के बीज खरीदने तक का संकट खड़ा हो गया है. वहीं काश्तकारों की इन्हीं परेशानियों को देखते हुए तमान किसान यूनियनों ने सरकार से मुआवजा राशि बढ़ाने की मांग की है.
बाढ़ से प्रभावित हुए किसानों के मुआवजे की मांग बढ़ाने को लेकर आज सोमवार 11 सितंबर को भारतीय किसान यूनियन क्रांति व अराजनीतिक से जुड़े किसानों ने 9 सूत्रियों मांग पत्र लक्सर एसडीएम गोपाल सिंह चौहान को सौंपा. ज्ञापन में किसानों से सरकार से जल्द से जल्द अपनी मांगों को पूरा करने की मांग की.
इस दौरान भारतीय किसान यूनियन क्रांति के राष्ट्रीय अध्यक्ष विकास सिंह सैनी ने कहा कि बाढ़ से सबसे ज्यादा नुकसान किसानों की फसलों को हुआ है. किसानों को दी जाने वाली राहत राशि को बढ़ाकर 11 हजार रुपए प्रति बीघा किया जाए. बाढ़ के सर्वे में की जा रही धांधली को बंद करके पारदर्शिता लाई जाए. इसके साथ ही किसानों की ऋण और बिजली बिल मांफ किया जाए.
उन्होंने साफ तौर से चेतावनी दी है कि यदि जल्द ही उनकी मांग पूरी नहीं की गई तो अगले चरण में उग्र आंदोलन किया जाएगा. बता दें कि 11 जुलाई को लक्सर क्षेत्र के सोलानी नदी के पास तटबंध टूट जाने से लक्सर व खानपुर क्षेत्र में बाढ़ जैसे हालात हो गए थे, जिसके कारण ग्रामीण क्षेत्रों में किसानों की फसले बर्बाद हो गई थी. इसी वजह से आज कई किसान भुखमरी की कगार पर पहुंच गया है. इसीलिए किसानों की मांग है कि लक्सर को बाढ़ क्षेत्र घोषित किया जाएगा.