रुड़की: नगला इमरती गांव के किसानों ने सरकार के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन किया. किसानों ने सरकार पर आरोप लगाया कि उनके जमीन का उचित मुआवजा नहीं मिल रहा है. जिसके कारण किसानों ने मुआवजा राशि बढ़ाने को लेकर पशुओं और बच्चों के साथ धरना दिया. इस दौरान भाकियू जिला अध्यक्ष विजय शास्त्री ने कहा कि सरकार किसानों और मजदूरों का उत्पीड़न कर रही है.
बता दें कि नगला इमरती गांव में किसान मुआवजा राशि बढ़ाने को लेकर 18 जनवरी से धरने पर बैठे हैं. किसानों ने धरना स्थल पर पालतू पशुओं और बच्चों को भी साथ रखा है. इस दौरान भाकियू जिला अध्यक्ष विजय शास्त्री ने कहा कि जब तक अधिग्रहित भूमि का उचित मुआवजा नहीं मिलेगा, तब तक फोर लाइन सड़क का काम शुरू नहीं होने दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि अगर सरकार ने जोर जबरदस्ती दिखाई तो किसान जान भी देने को तैयार हैं.
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वहीं भाकियू मंडल अध्यक्ष संजय चौधरी ने कहा कि सरकार के उत्पीड़न से किसान आत्महत्या करने को मजबूर हो रहे हैं. उन्होंने कहा सरकार किसान सम्मान निधि में छह हजार रुपए सालाना देकर किसानों को बेवकूफ बना रही है. जबकि किसानों को दो लाख रुपए सालाना मिलना चाहिए. जिससे किसानों की समस्या हल हो सके. किसानों का कहना है कि भाकियू के नेतृत्व में मुआवजा राशि बढ़ाने को लेकर 30 जनवरी को रुड़की एसडीएम कार्यालय पर धरना-प्रदर्शन किया जाएगा. फिलहाल ठंड को देखते हुए किसानों ने धरना स्थागित कर दिया है.