हरिद्वार: धर्मनगरी हरिद्वार में आस्था का पर्व महाकुंभ मेले का आगाज होने वाला है. इस महाकुंभ पर लाखों की संख्या में श्रद्धालु गंगा में डुबकी लगाएंगे. ऐसे में गंगा को स्वच्छ और निर्मल बनाने के लिए मेला प्रशासन की ओर से गंगा घाटों पर आस्था कलश रखने की योजना बनाई गई है. नमामि गंगे योजना के तहत हरकी पैड़ी सहित सभी प्रमुख घाटों पर 256 बड़े आस्था कलश रखे जाएंगे.
मेला अधिकारी दीपक रावत ने बताया कि महाकुंभ पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु गंगा में आस्था की डुबकी लगाने के लिए हरिद्वार पहुंचते हैं. अक्सर देखा जाता है कि श्रद्धालु गंगा स्नान के बाद अपने पुराने कपड़े गंगा के बाहर घाटों पर ही छोड़ देते हैं. इस वजह से गंगा प्रदूषित हो जाती है. ऐसे में यह आस्था कलश हरकी पैड़ी सहित सभी गंगा घाटों पर रखे जाएंगे. उन्होंने बताया कि इन आस्था कलशों में नीचे की तरफ छेद भी बने हुए हैं, जिससे कपड़े कलश में रह जाएंगे और पानी छेद से बाहर निकल जाएगा.
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मेला अधिकारी रावत ने बताया कि इस योजना से गंगा को प्रदूषित होने से काफी हद तक बचाया जा सकेगा. इस साल चलाए गए गंगा सफाई अभियान के तहत गंगा में ज्यादातर कपड़े ही पाए गए थे. इसका संज्ञान लेते हुए यह निर्णय लिया गया कि किस तरह गंगा नदी को प्रदूषित होने से रोका जाए. ऐसे में आस्था कलश रखने का फैसला लिया गया. श्रद्धालु अब आस्था कलश में अपने कपड़े छोड़कर जाएंगे, जिन्हें बाद में रिसाइकल करने का भी प्लान बनाया जा रहा है.