हरिद्वारः इनदिनों हरिद्वार धर्म संसद का मामला (haridwar dharma sansad hate speech case) गरमाया हुआ है. खासकर विवादित बयानों के चलते धर्म संसद चर्चाओं में है. इन्हीं विवादों के बीच ईटीवी भारत की टीम ने धर्म संसद के संयोजक जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरि ने खास बातचीत की.
ईटीवी भारत से बातचीत में जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी ने कहा कि हरिद्वार में धर्म संसद इससे पहले भी कई बार होती रही है, लेकिन इस बार चुनाव होने के कारण उन्हें बदनाम कर मुद्दा बनाया जा रहा है, लेकिन हम इनसे डरने वाले नहीं हैं. उन्होंने कहा कि बयानों को तूल देकर उनकी हत्या की साजिश रची जा रही है.
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हेट स्पीच के बारे में पूछने पर यति नरसिंहानंद ने कहा कि कुछ लोगों का काम हिंदुओं को बदनाम करना है. ऐसे लोग अपनी कम्यूनिटी को बचाने की फिराक में हैं. ऐसे लोग ही नए-नए शब्द गढ़ते रहते हैं. जो दूसरों को लूटना चाहते हैं और दूसरों की बहू-बेटियों को छीनना चाहते हैं, मैं उनके खतरे से लोगों को जागरूक कर रहा हूं.
धर्म संसद में आए बयानों पर यति नरसिंहानंद ने कहा कि धर्म संसद का मंच ही ऐसा है, जहां लोग अपनी बात खुलकर कह सकें. उन्होंने कहा कि लोगों ने जिहाद पर बोलना शुरू कर दिया है. हरिद्वार में मुकदमा दर्ज होने पर उन्होंने कहा कि कानून अपना काम करेगा और हम अपना काम करेंगे. हमें जेल भेजने की तैयारी इसलिए है कि हमें मार दिया जाए. यति नरसिंहानंद ने कहा कि उनकी मंशा है कि धर्म संसद इसी तरह चलती रहे.
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उन्होंने कहा कि जो भी उन्होंने कहा कि उस पर वो कायम हैं. इस दौरान उन्होंने कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी और असदुद्दीन ओवैसी (AIMIM President Asaduddin Owaisi) पर भी जमकर निशाना साधा. इतना ही नहीं इस्लाम पर विवादित बयान भी दिया है. स्वामी यति नरसिंहानंद गिरि (Swami Yati Narsinghanand Giri) धर्म संसद के संयोजक रहे हैं.