रुड़की: चीन के धोखे से भारत के पूर्व सैनिक भी गुस्से में हैं. पूर्व सैनिकों ने रुड़की में विरोध प्रदर्शन किया. चीन का पुतला जलाते हुए पूर्व सैनिकों ने कहा कि उन्हें बॉर्डर पर भेजा जाए.
दरअसल, लद्दाख की पूर्वी गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ खूनी झड़प के दौरान भारत के 20 जवान शहीद हो गए. पूर्व सैनिकों ने इसे कायरतापूर्ण हमला करार दिया है. देश के जवानों पर चोरी-छिपे हमला करने वाले चीन पर पूर्व सैनिकों ने अपना गुस्सा दिखाया है.
रुड़की के बूचड़ी फाटक स्थित शिव चौक पर पूर्व सैनिकों ने चीन के राष्ट्रपति का पुतला फूंक कर चीन को चेताया है. पूर्व सैनिकों ने भारत के शहीदों को श्रद्धांजलि भी दी. पूर्व सैनिक जीवानंद बूडाकोटी ने कहा कि सरकार जंग का ऐलान कर उन्हें बॉर्डर पर भेजे तो सभी पूर्व सैनिक लड़ने को तैयार हैं. धोखेबाज चीन के सैनिकों के परखच्चे उड़ा कर अपने शहीद हुए वीर जवानों का बदला लेंगे. उन्होंने चीन को चेतावनी देते हुए कहा कि भारतीय सैनिकों को गुस्सा मत दिलाओ वरना चीन का सर्वनाश हो जाएगा.
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पूर्व सैनिकों ने सरकार से गुजारिश की है कि चीन के साथ आर-पार की लड़ाई कर मुंहतोड़ जवाब दे. पूरा देश सरकार के साथ है. पूर्व सैनिक राकेश भट्ट ने कहा कि चीन द्वारा बनाए गए सामानों का पूरा भारत बहिष्कार करे. अपने देश के सामानों को ही खरीदकर इस्तेमाल करें. आज के हालातों को देखकर पूरे पूर्व सैनिकों का खून खौल रहा है. उन्होंने कहा कि हमारे देश के सैनिक बॉर्डर पर चीन को जवाब देने में सक्षम हैं. भारतीय लोगों का फर्ज बनता है कि चीन के सामान का पूर्ण रूप से बहिष्कार करें.