रुड़की: पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने आज रुड़की में एक बैठक का आयोजन किया. इस बैठक में उन्होंने आगामी 9 मई को इकबालपुर शुगर मिल पर धरना प्रदर्शन की रणनीति बनाई. उन्होंने कहा इकबालपुर शुगर मिल पर गन्ना किसानों का 200 करोड़ का बकाया है, जिसका आज तक भुगतान नहीं किया गया है. वहीं, इस दौरान जब मीडिया ने पूर्व कैबिनेट हरक सिंह रावत के लोकसभा चुनाव लड़ने को लेकर सवाल पूछा तो, उन्होंने इस पर कोई टिप्पणी नहीं की, लेकिन बिना किसी का नाम लिए उन्होंने जमकर निशाना साधा.
हरक रावत को लेकर पूछे गए सवाल पर उन्होंने बिना नाम लिए जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा मैं हरिद्वार की जनता और कांग्रेस से प्रार्थना करता हूं कि उन्हें 2016 घटनाक्रम के खलनायकों को दुत्कारना चाहिए. ये लोग लोकतंत्र के अपराधी है. ये लोग कांग्रेस के अपराधी हैं. सबसे बड़ी बात ये की इन लोगों ने उत्तराखंड को कलंकित करने का काम किया है. उन्होंने कहा मैं हरिद्वार के लोगों और कांग्रेस से प्रार्थना करना चाहूंगा कि ऐसे लोगों को सक्रिय राजनीति और चुनावी राजनीति से अलग करना चाहिए.
वहीं, कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल मारपीट मामले पर भी हरीश रावत ने अपनी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा यह दुर्भाग्यपूर्ण है. यदि आपसे भूल हुई तो उसको स्वीकार करना चाहिए. आप सत्ता के दम पर पीड़ित को थाने में तो बंद कर सकते हैं, लेकिन जनता की आवाज को बंद नहीं कर सकते हैं. सारा राज्य आहत महसूस कर रहा है. यह एक गंभीर घटना है. इस मामले को लेकर कांग्रेस सड़कों पर है. इस मुद्दे को कांग्रेस बहुत सिद्दत से उठा रही है.
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वहीं, अतिक्रमण के नाम पर धार्मिक स्थलों को तोड़े जाने के वाले सवाल पर हरीश रावत ने कहा ये भाजपा हर बार जिहाद ही क्यों करती है. कभी निर्माण भी करे, सड़कों में गढ्ढे है, जिसको भरने का काम करना चाहिए.
वहीं, गन्ना किसानों के बकाया को लेकर उन्होंने कहा पिछले साल भी मैंने इकबालपुर शुगर मिल पर धरना प्रदर्शन किया था. इसके बावजूद भी मिल ने किसानों का बकाया गन्ना भुगतान नहीं किया, इसलिए मजबूरन फिर से धरना प्रदर्शन करना पड़ रहा है. अगर उनकी मांगे नहीं मानी गई तो वो जून के महीने में तपस्या करेंगे और इस मामले को एक निर्णायक मोड़ तक ले जाने का काम करेंगे.