हरिद्वारः यूं तो कहने के लिए सभी राज्यों की सरकारें प्रवासी मजदूरों के हित के लिए यात्रा का प्रबंध अपने स्तर से कर रही हैं, लेकिन हरिद्वार जिले में अव्यवस्था का नजारा सिटी मजिस्ट्रेट ऑफिस में देखने को मिला. एक मजदूर की सास की मौत हो गई थी. वो अपनी पत्नी समेत कागजी कार्रवाई के लिए दफ्तरों के चक्कर काटता रहा, लेकिन मदद नहीं मिली. प्रशासन ने साइकिल होने का हवाला दिया. वहीं, ईटीवी भारत की टीम ने उन्हें किसी तरह से बॉर्डर तक पहुंचाया.
मजदूर बंटी ने बताया कि वो साइकिल से सुबह देहरादून से चलकर 6 बजे ही हरिद्वार पहुंच गया था, लेकिन हरिद्वार चंडी घाट चौक पर उसे रोका गया और मेडिकल चेकअप करवाने व पास बनवाने के लिए सिटी मजिस्ट्रेट कार्यालय भेजा गया. वहां पर उससे साफ कहा गया कि पास नहीं मिल सकता, क्योंकि उसके पास साइकिल है. पास केवल टू व्हीलर वाले व्यक्ति को या फिर फोर व्हीलर वाले व्यक्ति को ही मिल सकेगा.
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बंटी ने सास की मौत होने की बात कही और अपनी बीवी को उसकी मां के पास अंतिम दर्शन के लिए ले जाने की मांग की. इसके बाद उसे और बीवी को हरिद्वार जिला हॉस्पिटल में मेडिकल चेकअप करवाने के लिए भेज दिया गया. मेडिकल के बाद वो सिटी मजिस्ट्रेट कार्यालय पहुंचे तो वहां पर भी कोई ठोस समाधान नहीं मिला.
वहीं, ईटीवी भारत को इसकी जानकारी मिली. ईटीवी भारत की टीम तत्काल सहायता के लिए मौके पर पहुंची और उसके बिजनौर जाने का बंदोबस्त करवाया. साथ ही ईटीवी भारत ने उनको हरिद्वार के बॉर्डर तक पहुंचाया. इसके बाद वो आगे के लिए रवाना हुए.