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लक्सर में महाभारत कालीन मंदिर की जमीन खुर्द-बुर्द करने का आरोप, ग्रामीणों ने एडीएम को दिया ज्ञापन

लक्सर में ग्रामीणों ने महाभारत कालीन मंदिर की जमीन को खुर्द-बुर्द करने का आरोप लगाया है. इस मामले में उन्होंने लक्सर एडीएम को ज्ञापन भी दिया है. एडीएम ने मामले की जांच कराने की बात कही है.

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Published : Jun 21, 2022, 4:00 PM IST

लक्सर: हरिद्वार जिले के लक्सर में महाभारत कालीन मंदिर की जमीन को खुर्द-बुर्द किए जाने का मामला सामने आया है. इस मामले लेकर ग्रामीणों ने लक्सर एसडीएम को ज्ञापन दिया और उनसे प्रशासनिक अधिकारी की अध्यक्षता में एक कमेटी का गठन किए जाने की मांग की. ताकि मंदिर की सपत्ति को बचाया जा सके.

लक्सर तहसील क्षेत्र के पंचेवली गांव के निकट महाभारत कालीन शिव मंदिर स्थित है. ग्रामीणों के अनुसार यह एकमात्र ऐसी जगह है, जहां गंगा की धारा उल्टी तरफ पूरब से पश्चिम की ओर बहती है. दूरदराज तक के लाखों लोगों की आस्था इस मंदिर से जुड़ी है. ग्रामीणों ने बताया कि मंदिर के नाम पर लगभग पांच सौ बीघा कृषि भूमि है. इसमें से अधिकांश भूमि पर पहले ही लोगों ने कब्जा किया हुआ है. कुछ माफिया लोग बाकी की बची सौ बीघा जमीन को भी खुर्द-बुर्द करने की साजिश रच रहे हैं.
पढ़ें- श्रीनगर में बनेगी प्रदेश की पहली क्रिटिकल केयर यूनिट, गंभीर मरीजों को नहीं करना पड़ेगा रेफर

ग्रामीणों ने मंदिर की भूमि की पैमाइश कर उसे कब्जा मुक्त कराने की मांग की है. ग्रामीणों ने सुझाव दिया कि तहसीलदार या फिर नायब तहसीलदार में से किसी दूसरे अधिकारी की अध्यक्षता में मंदिर प्रबंधन समिति गठित की जाए. वहीं इस बाबत लक्सर उप जिलाधिकारी गोपाल राम ने कहा कि ग्रामीणों के द्वारा मामला संज्ञान में आया है. जिसमें जांच करा कर अग्रिम कार्रवाई की जाएगी.

लक्सर: हरिद्वार जिले के लक्सर में महाभारत कालीन मंदिर की जमीन को खुर्द-बुर्द किए जाने का मामला सामने आया है. इस मामले लेकर ग्रामीणों ने लक्सर एसडीएम को ज्ञापन दिया और उनसे प्रशासनिक अधिकारी की अध्यक्षता में एक कमेटी का गठन किए जाने की मांग की. ताकि मंदिर की सपत्ति को बचाया जा सके.

लक्सर तहसील क्षेत्र के पंचेवली गांव के निकट महाभारत कालीन शिव मंदिर स्थित है. ग्रामीणों के अनुसार यह एकमात्र ऐसी जगह है, जहां गंगा की धारा उल्टी तरफ पूरब से पश्चिम की ओर बहती है. दूरदराज तक के लाखों लोगों की आस्था इस मंदिर से जुड़ी है. ग्रामीणों ने बताया कि मंदिर के नाम पर लगभग पांच सौ बीघा कृषि भूमि है. इसमें से अधिकांश भूमि पर पहले ही लोगों ने कब्जा किया हुआ है. कुछ माफिया लोग बाकी की बची सौ बीघा जमीन को भी खुर्द-बुर्द करने की साजिश रच रहे हैं.
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ग्रामीणों ने मंदिर की भूमि की पैमाइश कर उसे कब्जा मुक्त कराने की मांग की है. ग्रामीणों ने सुझाव दिया कि तहसीलदार या फिर नायब तहसीलदार में से किसी दूसरे अधिकारी की अध्यक्षता में मंदिर प्रबंधन समिति गठित की जाए. वहीं इस बाबत लक्सर उप जिलाधिकारी गोपाल राम ने कहा कि ग्रामीणों के द्वारा मामला संज्ञान में आया है. जिसमें जांच करा कर अग्रिम कार्रवाई की जाएगी.

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