हरिद्वारः कोरोना संकट के बीच हरिद्वार में कर्मचारियों को नौकरी से निकालने का मामला सामने आया है. मां गंगा माता चैरिटेबल ट्रस्ट आई हॉस्पिटल में कार्यरत कर्मचारियों ने ट्रस्ट पर बेवजह नौकरी से निकालने का आरोप लगाया है. इतना ही नहीं कर्मचारियों ने धरना देते हुए ट्रस्ट के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की. वहीं, कर्मचारियों के परिजनों और एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने भी उनका समर्थन दिया है.
दरअसल, मां गंगा माता चैरिटेबल ट्रस्ट आई हॉस्पिटल में कार्यरत कर्मचारियों ने आरोप लगाया कि ट्रस्ट के अधिकारियों की ओर से कोरोनाकाल का बहाना बनाकर उन्हें बीते छह महीने से केवल 25 प्रतिशत वेतन दिया जा रहा है. जबकि, अस्पताल अच्छे से संचालित हो रहा है. वेतन को लेकर आवाज उठाने पर उन्हें नौकरी से निकाल दिया गया है. उनका कहना है कि अब उनके सामने आर्थिकी संकट पैदा हो गया है. उन्होने साफतौर पर चेतावनी देते हुए कहा कि जब तक उन्हें नौकरी पर बहाली के साथ ही पूरा वेतन नहीं दिया जाता है. तब तक उनका धरना जारी रहेगा.
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वहीं, एबीवीपी के नेता रितेश वशिष्ठ का कहना है कि जहां एक ओर सरकार रोजगार मुहैया कराने की बात कर रही है. वहीं, दूसरी ओर गंगा माता आई हॉस्पिटल की ओर से कार्यरत कर्मचारियों का शोषण किया जा रहा है और उन्हें नौकरी से निकाला जा रहा है. पहले ही लोग कोरोना की मार झेल रहे हैं, ऐसे में उन्हें बाहर का रास्ता दिखाना जायज नहीं है. एबीवीपी इस लड़ाई में उनका साथ देगी.