हरिद्वार: मनसा देवी रोपवे पर शुक्रवार की रात अधिकारियों के निर्देश पर मॉक ड्रिल (Mock Drill in Mansa Devi Ropeway) की गई. इस दौरान रोपवे के कर्मचारियों ने रोपवे में फंसे यात्रियों को सकुशल बाहर निकाला. दरअसल, मनसा देवी रोपवे पर हमेशा मंदिर में जाने वाले यात्रियों की भीड़ लगी रहती है. ऐसे में यदि कोई यात्री रोपवे पर फंस जाए, तो उसको किस तरह से रोपवे के कर्मचारी निकालते हैं. इसको लेकर मॉक ड्रिल की गई.
ड्रिल के दौरान एसडीआरएफ व एनडीआरएफ की टीम के सामने रोपवे के कर्मचारियों ने रोपवे पर फंसे यात्रियों को बचा कर दिखाया. राज्य में जगह-जगह संचालित रोपवे की सुरक्षा को लेकर प्रदेश का गृह महकमा गंभीर है. दरअसल, बीते दिनों देशभर में कई रोप वे पर हादसे हुए.
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फंस गए थे टिहरी विधायक: हाल ही में पौड़ी विधायक किशोर उपाध्याय भी सुरकंडा देवी रोप वे पर फंस गए थे. गृह विभाग द्वारा रोप वे की सुरक्षा का जायजा लेने और समीक्षा करने के लिए NDRF और SDRF की टीम ने हरिद्वार के मनसा देवी रोप वे का अचानक निरीक्षण किया. देर रात तक चली इस मॉक ड्रिल में अधिकारियों ने आपात स्थिति में निपटने और चिकित्सा देने के इंतजामों को परखा.
साल 2010 में ट्रॉली से गिरी थी महिला: साल 2010 में कुंभ के दौरान एक महिला की लापरवाही के चलते ट्रॉली डिस्बैलेंस हुई थी, जिससे गिरकर महिला घायल हो गई थी. इसके अलावा आज तक कभी यहां पर कोई घटना घटी नहीं है. इसका सबसे बड़ा कारण यहां की सुरक्षा व्यवस्था है. रोपवे संचालन को लेकर उषा ब्रेको प्रबंधन कई चरणों में सुरक्षा व्यवस्था की समय-समय पर जांच करता रहता है. इसके अलावा साल में दो बार उषा ब्रेको रोपवे को एक-एक हफ्ते के लिए बंद रखता है. इस दौरान पूरी रोपवे की गहनता से जांच होती है, ताकि उसमें आई किसी भी तरह की खामियों को तत्काल दूर कर यात्रियों को सुरक्षित यात्रा कराई जा सके.