हरिद्वार: लॉकडाउन की वजह से पूरे देश को आर्थिक नुकसान से झेलना पड़ रहा है. वहीं हरिद्वार जिले में भी कोरोना के कहर से छोटे व्यापारियों को नुकसान पहुंच रहा है. आलम यह है कि कांवड़ यात्रा का इंतजार करते मुस्लिम समाज के छोटे व्यापारियों के सामने अब आर्थिक संकट गहराने लगा है. इन लोगों ने लोन पर रुपये लेकर कांवड़ तो बना लिए, लेकिन सरकार द्वारा कांवड़ मेले को स्थगित करने के बाद अब उनके सामने ये कांवड़ बेचने का संकट खड़ा हो गया है. देखें रिपोर्ट...
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बता दें कि कांवड़ व्यापार से जुड़े मुस्लिम कारीगरों का कहना है कि उन्हें उम्मीद थी कि कांवड़ मेला हर साल की तरह इस बार भी उनके लिए खुशियां लेकर आएगा. लिहाजा 3 महीने पहले से ही उन्होंने कांवड़ बनाना शुरू कर दिया था. वही अब कांवड़ मेला न होने की वजह से इन मुस्लिम कारीगरों के चेहरे मायूसी छाई हुई है. उन्होंने आगे कहा कि सरकार को उनकी ओर ध्यान देना चाहिए, जिससे वे इस परेशानी से बाहर निकल सके.
वहीं दूसरी ओर शासकीय प्रवक्ता मदन कौशिक का कहना है कि इस कांवड़ मेले को बंद होने से न केवल स्थानीय व्यापारियों को नुकसान हो रहा है, बल्कि सरकार को भी धार्मिक पर्यटन में भारी नुकसान हो रहा है. वहीं सरकार अगर यात्रा सुचारू रूप से शुरू करती है तो इससे संक्रमण का खतरा और बढ़ जाएगा. लिहाजा जनहित और देश हित में यह निर्णय लेना जरूरी है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा व्यापारियों को नुकसान से बचाने के लिए कई योजनाएं बनाई गई हैं. इसका लाभ व्यापारियों को जरूर मिलेगा.